फिर से एक बार महिला सुरक्षा पर सत्ता में बैठे राजनेता की तरफ से शर्मनाक बयान आया है। ताजा मामला कर्नाटक का है। राज्य के गृह मंत्री आर रामलिंगा रेड्डी का मानना है कि महिलाओं का देर रात बेंगलुरु की सड़कों पर निकलने का कोई मतलब नहीं है। रामलिंगा रेड्डी ने ये बयान विधान परिषद में दिया। परिषद में महिलाओं की सुरक्षा पक चर्चा चल रही थी। जब मीडिया ने उनसे इस बारे में पूछा तो उन्होंने बयान से इंकार नहीं किया, लेकिन कहा, प्रतिक्रिया के लिए ‘मेरे कार्यालय में आओ’। एक सीसीटीवी फुटेज का जिक्र करते हुए, जिसमें एक महिला देर रात में ऑफिस जाती हुई दिख रही है, पर मंत्री ने कहा कि उसे किसी रिश्तेदार के साथ होना चाहिए। उन्होंने यहां तक कहा है कि वह बेंगलुरु की 1.2 करोड़ आबादी को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते हैं। इसी साल बैंगलुरू में हुए लड़कियों के साथ सामूहिक छेड़छाड़ के मामले में कर्नाट के ही पूर्व गृहमंत्री जी परमेश्वर ने कहा था कि क्रिसमस और नए साल के मौकों पर ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।
इससे पहले देश में के केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने भी एक विवादित बयान दिया था जिस पर काफी हंगामा हुआ था। पिछले साल अगस्त में केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि विदेशी लड़कियां भारत में छोटे कपड़े पहनकर ना घूमें। इसके साथ ही शर्मा ने महिला पर्यटकों को रात में अकेले ना घूमने की नसीहत भी दी थी।