रायपुर। मौसम विभाग 15 अक्टूबर को मानसून की विदाई मान लेता है, यानी अभी महीनेभर तक पानी गिरने की उम्मीद है। अगर इन 30 दिनों में औसत बारिश भी होती है तो बीते 3 महीनों की क्षतिपूर्ति हो जाएगी। लेकिन वर्तमान स्थिति केंद्र से लेकर राज्य सरकार, आम आदमी से लेकर किसान तक के लिए चिंताजनक है।
नदी, तालाब, बांध सूखे हैं तो जल स्तर भी गिरा हुआ है। बलौदाबाजार में जहां औसत से 40 फीसदी कम बारिश हुई है, वहीं रायपुर में 35 फीसदी कम। हालांकि बीते आठ दिनों में राजधानी में स्थिति 3 फीसदी सुधरी है। ‘नईदुनिया" ने 8 सितंबर को मौसम विभाग से मिले आंकड़ों का अध्ययन कर रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इसमें बताया था कि प्रदेश के 12 जिलों में औसत से कम बारिश हुई है। लेकिन आज स्थिति और चिंताजनक हो गई है, क्योंकि अब औसत से कम बारिश की सूची में 15 जिले शामिल हो गए हैं।
19 से अच्छी बारिश की उम्मीद
मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बन रहा है, जिससे प्रदेश में अच्छी बारिश हो सकती है। 19 सितंबर के आसपास, उसके बाद भी अच्छी बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है। हालांकि लोकल सिस्टम से शनिवार को शहर के कुछ हिस्सों में धूप खिले होने के बावजूद बारिश हुई। लेकिन यह मौसम विभाग के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं हो सकी, क्योंकि लालपुर में बारिश मापने का यंत्र लगा है, शहर के दूसरे हिस्सों में नहीं। मानसून द्रोणिका पंजाब से बंगाल की खाड़ी की तरफ जा रही है। ऊपरी हवा का चक्रवात बंगाल की खाड़ी तटीय ओडिशा और उत्तरी आंध्र तक है।
8 दिन में औसत बारिश की स्थिति
जिला 8 सितंबर 16 सितंबर
बालोद 28 20 (अतिरिक्त)
बलौदाबाजार -38 -40 (कम)
बलरामपुर -16 -22 (कम)
बस्तर 11 15 (सामान्य)
बेमेतरा -5 -4 (सामान्य)
बीजापुर -18 -21 (कम)
दंतेवाड़ा 00 -3 (सामान्य)
मतरी -4 -6 (सामान्य)
दुर्ग -29 -34 (कम)
गरियाबंद -22 -24 (कम)
जांजगीर -23 -28 (कम)
जशपुर -9 -14 (कम)
कबीराम 60 52 (अतिरिक्त)
कांकेर -18 -15 (सामान्य)
कोंडागांव -2 -9 (सामान्य)
कोरबा -21 -22 (कम)
कोरिया -39 -39 (कम)
महासमुंद -17 -22 (कम)
मुंगेली -20 -27 (कम)
नारायणपुर -27 -27 (कम)
रायगढ़ -20 -22 (कम)
रायपुर -35 -35 (कम)
राजनांदगांव -33 -37 (कम)
सुकमा 42 36 (अतिरिक्त)
सूरजपुर -3 -5 (सामान्य)
सरगुजा 13 6 (सामान्य)
कुछ क्षतिपूर्ति जरूर होगी
अभी मानसून लौटने में वक्त है, जो सिस्टम दिखाई दे रहे हैं उससे उम्मीद है कि अच्छी बारिश होगी। मैंने पिछली बार भी कहा था कि राज्य का दुर्भाग्य है कि सिस्टम बना जरूर, लेकिन बारिश नहीं हुई।
-एचपी चंद्रा, मौसम वैज्ञानी, मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर