नगीना (जिला बिजनौर, उत्तर प्रदेश) की किसान बलिया देवी को जब बताया गया कि प्रदेश की योगी सरकार ने उनका नौ पैसे (जी हां, नौ पैसे मात्र) का फसली ऋण माफ कर दिया है तो वे हैरान रह गईं. बहुत देर तक उनके मुंह से बोल ही नहीं फूटे.
उमरी गांव (जिला हमीरपुर, उ प्र) की शांति देवी को प्रदेश के श्रम एवं रोजगार मंत्री मुन्नू कोरी ने किसान कर्ज माफी का प्रमाण पत्र सौंपा तो वे बहुत खुश हुईं. लेकिन जब पता चला कि उनका सिर्फ रुपए 10.37 (दस रुपए सैंतीस पैसे) माफ हुआ है तो सारी खुशी काफूर हो गई.
हमीरपुर जिले ही के मौदहा के किसान मुन्नी लाल के हाथ में आया ‘कृषि ऋण मोचन योजना’ का प्रमाण पत्र बताता है कि उनका रुपए 215 मात्र माफ हुआ है. मंत्री जी के हाथों प्रमाण पत्र पाने के बाद से मुन्नी लाल की समझ में नहीं आ रहा कि हंसें कि रोएं.
भरथना (जिला इटावा) के ईश्वर दयाल मात्र 19 पैसे और चकर नगर के रामानंद 179 रुपए की कर्ज माफी का प्रमाण पत्र देख कर माथा पीट रहे हैं. जालौन, कन्नौज, फर्रुखाबाद और महोबा जिलों के भी कई किसान ऐसी ही ऋण माफी से खिन्न और हैरान हैं.