छतरपुर, बकस्वाहा। दिल दहलाने वाली घुवारा की खबर के बाद बकस्वाहा के शहपुरा में जननी की वास्तविक व्यथा का मामला सामने आया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार पार्वती पति महेश आदिवासी उम्र 26वर्ष निवासी पाली अपने मायके ग्राम शहपुरा आई थी आज अचानक प्रसव वेदना बढ़ने पर उसके पिता नन्हेभाई तनय हीरालाल आदिवासी ने जननी एक्सप्रेस संचालक को फोन लगाया ।
तब पता चला कि पिछले एक माह से जननी एक्सप्रेस ठेकेदार द्वारा बंद कर दी गई है।108 वाहन पर फोन लगाने पर पता चला कि वो कहीं भेजा गया है।तडपती बेटी को देख पिता ने साइकल का सहार लेते हुये 6 किमी का सफर तय मिनटों में तय कर दिया । जहां पार्वती ने प्रथम पुत्र को जन्म दिया । उल्लेखनीय है कि हाल ही में घुवारा में एक प्रसूता महिला को करीब आठ किलोमीटर पैदल चलकर और नाला पारकर अस्पताल पहुंचना पड़ा था।