हरिदर पाल निक्का, बरनाला। पंजाब फूड सप्लाई विभाग के क्या कहने। बरनाला में उसने स्कूटर व स्कूटी से डिपो होल्डरों तक 196 टन गेहूं पहुंचा दिया। इसका पर्दाफाश विभाग की ओर से जारी आरटीआइ में हुआ है। वर्ष 2015 में सरकार की ओर से गरीबों को नीले कार्ड के माध्यम से सस्ती दर पर मुहैया करवाए जाने वाले गेहूं की आपूर्ति के लिए फूड सप्लाई अधिकारियों ने इन्हीं वाहनों का उपयोग किया है।
आरटीआइ कार्यकर्ता रजिदर कुमार गुप्ता के मुताबिक, फूड सप्लाई विभाग ने बताया है कि बरनाला और तपा को पंजाब डेवलपमेंट स्कीम के तहत वर्ष 2014-15 में करीब 83 टन गेहूं की ढुलाई खर्च 1.23 लाख रुपये व गेहूं की कीमत 1,24,74,075 रुपये थी।
इसी तरह महल कलां को करीब 113 टन गेहूं की आपूर्ति पर 4.41 लाख रुपये अदा किए गए। गेहूं ढुलाई में आमतौर पर मालवाहक वाहनों का प्रयोग होता है पर पता चला कि गेहूं की ढुलाई एक्टिवा, स्कूटी, स्कूटर और क्रेन से की गई है। इसकी शिकायत विजिलेंस से की गई है। विजिलेंस के डीएसपी राजेश मट्टू ने कहा कि शिकायत की जांच गंभीरता से की जाएगी।
दो हजार फर्जी नीले कार्ड बनाकर की हेराफेरी
फूड सप्लाई विभाग के तीन अधिकारी व शहर के चार डिपो होल्डरों पर शिकंजा कसने की कवायद शुरू हो चुकी है। प्राथमिक जांच में इनके नाम सामने आ रहे हैं। आरोपियों ने दो हजार फर्जी नीले कार्ड बनाकर हेराफेरी को अंजाम दिया है।