होशंगाबाद,ब्यूरो । बनखेड़ी के तिनसरी गांव में सहकारी समिति का एक लाख 86 रुपए कर्ज होने और सहकारी बैंक द्वारा कर्ज वसूली के लिए गांव में मुनादी कराकर नाम सार्वजनिक करने तथा तहसीलदार द्वारा कुर्की का नोटिस जारी करने से परेशान एक किसान ने शुक्रवार की रात जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
द बनखेड़ी तहसील के तिनसरी गांव के किसान नेत सिंह (47) ने शुक्रवार की रात कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। परिजन का कहना है कि नेतसिंह पर समरधा सहकारी समिति का 1 लाख 86 हजार रुपए और बिजली बिल का 86 हजार रुपए बकाया था।
कर्ज की वसूली के लिए पिछले दिनों जिला सहकारी बैंक ने गांव में मुनादी कराकर कर्जदारों के नाम सार्वजनिक किए थे। इसमें नेत सिंह का नाम भी शामिल था। वहीं दूसरी ओर कर्ज वसूली के लिए तहसीलदार ने 14 जून को कुर्की का नोटिस जारी किया था, जिसकी पेशी 20 जून को थी।
परिजन का कहना है कि हर साल बारिश, ओलावृष्टि से फसलें खराब हो रही थी। साथ ही पहले बेटे और बाद में बेटे की शादी की। नेत सिंह पर ट्रैक्टर का 3 लाख 50 हजार कर्ज था, जिसे हाल ही में गेहूं बेचकर उसने चुकाया था। उधर तहसीलदार भीमसिंह सिंगारे का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, कर्ज माफी के प्रकरण बनाकर शासन को भेजे जा रहे हैं।
नहीं लगाई डीपी, किसान ने खुद को लगाई आग
पिपरिया तहसील के पचलासरा गांव में किसान ओमप्रकाश (47) ने शनिवार को खुद को आग लगाकर जान देने की कोशिश की। उसे गंभीर हालत में पिपरिया के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है। ओमप्रकाश के परिजन ने बताया कि खेत में डीपी लगाने के लिए 25 हजार रुपए जमा कर दिए थे। इसके लिए वह दो माह से बिजली दफ्तर के चक्कर लगा रहा था। डीपी नहीं लगने से गर्मी में मूंग की फसल बर्बाद हो गई थी। इसके साथ ही बैंक का 4 लाख का कर्ज भी था, जिससे वह तनाव में था।