उन्होंने कहा, ‘अगर आरोप सत्य पाया गया तो दिल्ली सरकार रेस्तरां का लाइसेंस रद्द करेगी।’ सिसोदिया ने कहा कि नई दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट को घटना की जांच करने और 24 घंटे के भीतर एक रिपोर्ट पेश करने को कहा है। उन्होंने एक ट्वीट ने कहा, ‘यह औपनिवेशिक मानसिकता का स्पष्ट उदाहरण है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। नयी दिल्ली के डीएम को जांच और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है।’ अपने पति का जन्मदिन मनाने के लिए लेखिका सोनाली शेट्टी सड़कों पर गुजर बसर करने वाले कुछ बच्चों को खाना खिलाने रेस्तरां ले गयीं। लेकिन रेस्तरां के कर्मचारी ने कथित तौर पर उन्हें भीतर प्रवेश करने से रोक दिया।
उन्होंने कहा, ‘मैं कमजोर तबके के आठ बच्चों को लेकर शिवसागर रेस्तरां गयीं लेकिन वहां कर्मचारी ने हमें खाना देने से इंकार कर दिया। मेरा मजाक बनाया गया और रेस्तरां से दूर जाने की धमकी दी गयी।’ शिवसागर रेस्तरां के प्रबंधक ने कई प्रयासों के बाद भी फोन कॉल और मैसेज का जवाब नहीं दिया। नई दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट ने रविवार (12 जून) सुबह रेस्तरां का दौरा किया और उसके कर्मचारियों से पूछताछ की। रेस्तरां के एक कर्मचारी ने कहा, ‘डीएम ने रेस्तरां के वेटरों और अन्य कर्मचारियों से शनिवार (11 जून) की घटना के बारे में पूछताछ की और इसे दर्ज किया।’
पूरी घटना को समाज की ‘नाकामी’ बताते हुए सोनाली ने कहा कि उन्होंने करीब 12 बजे तक रेस्तरां के सामने 10 घंटे से ज्यादा समय तक विरोध प्रदर्शन किया लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा, ‘मैं उन बच्चों के साथ रविवार (12 जून) शाम फिर रेस्तरां जाऊंगी और वहां से खाना खरीदूंगी।’ साथ ही कहा कि जब तक रेस्तरां बच्चों से माफी नहीं मांगता वह लड़ाई लड़ती रहेंगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके कॉल पर रेस्तरां आए पुलिसकर्मियों ने उनकी मदद करने की बजाए डांटते हुए बच्चों को कहीं दूसरी जगह ले जाने को कहा। सोनाली के पति भारतीय सेना में हैं।