साढ़े सात करोड़ की आबादी में पांच करोड़ गरीब कैसे ? गड़बड़ है : सीएम

इंदौर। ‘ग्रामोदय से भारत उदय’ अभियान में शामिल होने सांवेर विधानसभा क्षेत्र के बूढ़ी बरलाई ग्राम पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों के लिए सरकार तमाम सुविधाएं जुटा रही है। प्रदेश की जनसंख्या साढ़े सात करोड़ है और पांच करोड़ से ज्यादा लोगों के नाम गरीबी रेखा में जुड़ गए। इतने गरीब कहां से आ गए? कई जगह तो कुल आबादी से ज्यादा नाम गरीबी रेखा में जोड़ दिए गए। गड़बड़ी ठीक करने के लिए सरकार प्रयास कर रही है।

सोमवार को बूढ़ी बरलाई में हुई ग्राम संसद में विधायक राजेश सोनकर के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों के विकास और हितग्राहियों को लाभ पहुंचाने का काम भोपाल और वल्लभ भवन में बैठकर नहीं हो सकता। अभियान के तहत जो ग्रामसभाएं हो रही हैं, उसी में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों के साथ सरकार की योजनाओं का लाभ लेने वालों के नाम सार्वजनिक होंगे। जिनके नाम गलती से या गलत ढंग से जोड़े गए हैं, वे खुद आगे आकर अपने नाम हटवा लें, ताकि पात्र लोगों के नाम जोड़े जा सके।

परिजन खर्च कर देते हैं साइकिल का पैसा

उन्होंने कहा कि फिलहाल स्कूली विद्यार्थियों के माता-पिता के खातों में साइकिल की राशि जमा करवाई जाती है, फिर भी सड़कों पर साइकिलों की संख्या कम हो गई है। मैंने गांव में पूछा कि साइकिल खरीदी कि नहीं तो बच्चियों ने बताया- पापा ने कुछ और खरीद लिया। अब नकद पैसा नहीं, सरकार साइकिल ही खरीद कर देगी।

बेटियों की संख्या कम, कुछ तो गड़बड़ है

मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर जिले में बेटियों की संख्या कम नहीं होना चाहिए। फिलहाल यह कम है। यहां बेटियां कम पैदा हो रही हैं, यह भगवान नहीं कर रहा। इंसान ही चुपचाप कर रहा है। बेटों का स्वागत और बेटियां हों तो उन्हें दूर कर रहे होंगे। पुलिस की नौकरी में आरक्षण देकर बेटियों के हाथ में लाठी दे रहा हूं ताकि वे गुंडों की अकल ठिकाने लगा सके।

क्षिप्रा पर बनेगा घाट और पर्यटन केंद्र

विधायक सोनकर की मांग पर मुख्यमंत्री ने बूढ़ी बरलाई के पास क्षिप्रा तट पर घाट बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हम इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेंगे।

10 दिन के अभियान को 45 दिन चलाएगी सरकार

जिस ग्रामोदय से भारत उदय अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महू में की थी, वह दस दिनों का ही था, लेकिन प्रदेश सरकार ने उसे 45 दिनों तक चलाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 13 साल से भाजपा की सरकार है। जब मैं सांसद था, तब लोग एक किमी सड़क पर मुरम डलवाने का कहते थे, तो वो भी नहीं कर पाता था। आज ग्राम पंचायतें ही करोड़ों के कार्य की योजना बनाकर भेजती हैं। -विशेष प्रतिनिधि

 

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