रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 2015-16 विधानसभा में किया गया। योजना, आर्थिक, सांख्यिकी मंत्री पुन्नूलाल मोहले ने सर्वेक्षण सदन के पटल पर रखा। छत्तीसगढ़ में वर्ष 2015-16 में प्रति व्यक्ति आय बाजार मूल्य पर 81 हजार 756 रुपए अनुमानित है। जबकि वर्ष 2014-15 में प्रति व्यक्ति आय 73 हजार 758 रुपए थी। इसमें गत वर्ष की तुलना में 10.84 फीसदी की वृद्धि है।
इसके पहले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सदन में उल्लेख किया गया और संसदीय कार्य मंत्री अजय चंद्राकर ने देश की महिला विभूतियों को याद किया। नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने महिला दिवस की बधाई दी। आर्थिक सर्वेक्षण पेश होने के बाद 9 मार्च को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह बजट पेश करेंगे।
सूखे की वजह से कृषि क्षेत्र में वृद्धि केवल 0.47 प्रतिशत संभावित है। 2012-13 और 2014-15 में औसत आर्थिक वृद्धि 6.18 प्रतिशत थी। ? राज्य का सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी) प्रचलित भाव में 12.76 प्रतिशत बढ़ा। जबकि स्थिर भाव में ये बढ़ोतरी 7.07 प्रतिशत अधिक है। जीएसडीपी में क्षेत्रवार वृद्धि अनुमानित कृषि-0.47प्रतिशत, उद्योग- 7.07 प्रतिशत, सेवा- 9. 81 प्रतिशत है।
31 जनवरी 2016 तक 59 लाख 48 हजार 154 राशन कार्ड जारी किए गए। साल 2015-16 में 59.17 लाख टन धान की खरीदी हुई, जबकि 2014-15 में 63. 10 लाख टन खरीदी हुई थी। ? वित्तीय वर्ष 2015-16 में कुल राजस्व प्राप्ति का अनुमान पिछले वर्ष की तुलना में 18. 18 प्रतिशत है। वित्तीय वर्ष 2015-16 में टैक्स वसूली में 31.55 प्रतिशत वृद्धि का अनुमानित है, बीते वर्ष ये 24.17 प्रतिशत थी।
चिटफंड कंपनी मामले पर गर्माया सदन
चिटफंड कंपनी पर कार्रवाई के मामले में सदन का माहौल गर्मा गया। मंत्रियों द्वारा चिटफंड कंपनियों के उद्घाटन के आरोप पर मंत्री राजेश मूणत ने कांग्रेस विधायक भूपेश बघेल को दी थी चुनौती।
इसके जवाब में भूपेश ने सदन के पटल पर तस्वीरें रखीं। इस पर सत्तापक्ष ने आपत्ति ली, सवाल शून्यकाल में उठा था। विपक्ष ने सदन की कमेटी बनाकर मामले की जांच की मांग उठाई। इसके बाद सदन में हंगामा होने लगा। चिटफंड कंपनियों की सीबीआई जांच की मांग उठाई गई। इस दौरान बीच में सदन की कार्रवाई कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई।