स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक इस बैठक में देशभर में दिमागी बुखार (जेई और एईएस) की स्थिति पर चर्चा होगी। इसमें केंद्र सरकार की ओर से दिमागी बुखार की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे विशेष कार्यक्रम की स्थिति पर भी विचार किया जाएगा।
शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने चेन्नई जाकर तमिलनाडु के साथ इस संबंध में अलग से बैठक की है। संसद के बीते सत्र के दौरान ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत दिमागी बुखार पर चर्चा के दौरान नड्डा ने भरोसा दिलाया था कि वे इस समस्या पर जल्द ही राज्यों के साथ बैठक कर समीक्षा करेंगे और जरूरी कदम उठाएंगे। संप्रग सरकार के दौरान इस बीमारी पर बनाए गए मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने दो साल पहले चार हजार करोड़ की विशेष योजना बनाकर इसके नियंत्रण का राष्ट्रीय कार्यक्रम शुरू किया था।