पुणे। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने निजी क्षेत्र में कृषि उपज के लिए भंडारण सुविधाएं खड़ी करने के वास्ते नई ऋण योजना शुरू की है। महाराष्ट्र में इस ऋण सुविधा का काफी फायदा मिलने की संभावना है।
नाबार्ड की इस नई ऋण योजना के तहत निजी क्षेत्र में गोदाम बनाने के लिए कर्ज दिया जाएगा। नई ऋण योजना के तहत नाबार्ड सीधे जनता को अथवा निजी क्षेत्र के उद्यमियों को भंडारगृह, शीतगृह, शीतगृह की पूरी श्रंखला खड़ी करने और ग्रामीण क्षेत्रों में अनाज रखने के विशेष भंडार ‘साइलो’ बनाने के लिए कर्ज दिया जायेगा।
नाबार्ड की इस विशेष रिण योजना ‘‘नाबार्ड वेयरहाउसिंग स्कीम .. 2013..14’’ के बारे में एक अधिकारी ने बताया योजना का मकसद अनाज तथा दूसरी कृषि उत्पादों के रखरखाव में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाना है।’’
नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक सुनील जाधव ने कहा ‘‘नाबार्ड पहली बार भंडारगृहों के निर्माण के लिए निजी क्षेत्र को ऋण सुविधा देगा।’’
महाराष्ट्र में वर्तमान में अनाज भंडारण के मामले में 28.16 लाख टन क्षमता की कमी है जबकि कोल्ड स्टोरेज के मामले में 15.89 लाख टन की कमी है। राज्य के सभी जिलों में भंडारण सुविधाओं की कमी है।
(भाषा)