मनीष गोधा। अस्पताल में भर्ती मरीजों, उनक परिजनों और अन्य जरूरतमंद लोगों के लिए राजस्थान के झुंझुनूं में कुछ लोगों ने मिल कर रोटी बैंक शुरू किया है। यह राजस्थान में अपनी तरह का पहला बैंक जो हर रोज कम से कम 100 लोगों को खाना खिलाएगा। जो लोग इसमें सहायता देना चाहते है, उन्हें सिर्फ 40 प्रति थाली का भुगतान करना होगा। खाने की आपूर्ति के लिए झुझुनूं के दो बड़े होटल भी इस मुहिम में साथ आए है। यह रोटी बैक रविवार से शुरू हो गया और अगले 27 दिन की व्यवस्था यहां हो गई।
राजस्थान में झुुझुनूं शत प्रतिशत साक्षरता वाला जिला है और शेखावटी अंचल के इस जिले को लोग पूरी दुनिया में फैले है। इनमें से कई बड़े उद्योगपति भी है। इसी जिले के चार लोगों ने मिल कर इस रोटी बैंक की शुरूआत की है। ये भी आर्थिक रूप से सक्षम है और हर महीने बैंक के लिए अपनी ओर से 20-20 हजार रुपए दे रहे है।
बैंक के चेयरमैन एम.डी. चोपदार एक दवाई फैक्ट्री के मालिक है। वे बताते हैं कि हमने जब झुंझुनूं में जरूरतमंद लोगों को कपड़े व अन्य सामान के लिए नेकी की दीवार शुरू की तो जिले के पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल ने बताया कि दुनिया के कई शहरों में लोग काॅफी पीने जाते हैं तो दो कूपन लेते है। एक से खुद पीते है और दूसरा कूपन होटल की दीवार पर लगा आते है और जरूरतमंद व्यक्ति वह कूपन लेकर काॅफी पी लेता है। ऐसा ही कुछ यहां भी किया जाना चाहिए। बस तभी से इस रोटी बैंक की योजना पर काम शुरू किया।
झुंझुनूं के ही अख्तर अली गहलोत, देवकीनंदन कुमावत, राजेश रेवाडा इस योजना में साथ जुड़े और शुरूआत हो गई। रोटी बैंक के लिए झुंझुनूं के दो होटल खाना खजाना और सारा विलास को भी साथ लिया गया है। ये दोनो होटल सौ रूपए की थाली वाला भोजन हमें 40 रुपए में उपलब्ध करवा रहे है। इसमें दो सब्जी, दाल, रोटी, चावल और सलाद शामिल है। मरीजों को दिए जाने वाले भोजन में दही और दूध भी शामिल है।
योजना यही है जो भी लोग भोजन कराना चाहते है, वे हमारी नेकी की दीवार से 40 रुपए प्रति थाली के हिसाब से कूपन ले सकते हैं और जो राशि जमा होगी, उससे उतने लोगों को उनकी तरफ से भोजन करा दिया जाएगा। इसके अलावा बैंक के कार्यकर्ता शहर में परिवारों से भी भोजन एकत्र करेंगे और बैंक की ओर से प्रतिदिन शाम को कम से कम से सौ लोगों को भोजन कराया जाएगा।
प्राथमिकता यहां के सरकारी अस्पताल में भर्ती जरूरतमंद मरीजों और उनके परिजनों को दी जाएगी और इसके बाद बस स्टैंड व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर लोगों को भोजन के पैकेट दिए जाएंगे। चैपदार ने बताया कि भविष्य में हम एक स्थाई रसोई का निर्माण करेंगे जहां जरूरतमंद लोगों को निशुल्क भोजन कराया जाएगा।