उप्र व ओडिशा में चार की मौत, उत्तराखंड-झारखंड में भारी बारिश की चेतावनी

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में रविवार को भी कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। वज्रपात से दो की मौत हो गई। ओडिशा में लगातार बारिश से काठजोड़ी एवं महानदी का जलस्तर बढ़ा है।

यहां भी दो की मौत हो गई है। झारखंड और उत्तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी है। हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हुआ। इससे तीन राष्ट्रीय उच्च मार्ग और कुछ संपर्क मार्ग बंद रहे।

उत्तर प्रदेश में कई नदियों का जलस्तर बढ़ा : पूर्वांचल में रविवार को भी अधिकतर जिलों में वर्षा हुई। इस दौरान कई स्थानों पर पुराने मकानों के गिरने सूचना है। आकाशीय बिजली गिरने से जौनपुर और सोनभद्र में एक-एक की मौत हो गई।

मीरजापुर में गंगा के जलस्तर में दो सेंटी मीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से वृद्धि जारी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई।

ओडिशा में दो की मौत : लगातार मूसलाधार बारिश ने ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में जमकर तबाही मचायी। बारिश के दौरान लगने से एक की मौत हो गई। वहीं तेज बहाव से एक मजदूर बह गया।

वहीं ओडिशा के कटक में बाढ़ की आशंका को ध्यान में रखकर नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क किया जा रहा है। हालात पर नजर रखने के लिए कटक जिलाधीश कार्यालय में 24 घंटे काम करने वाला एक कंट्रोल रूम बनाया गया है।

झारखंड में भारी बारिश की चेतावनी : झारखंड के कई जिलों में रविवार को भारी वर्षा हुई। रामगढ़ के रजरप्पा में जहां भैरवी नदी के उफनाने से छिन्नमस्तिका मंदिर परिसर की दर्जनों दुकानें जलमग्न हो गईं।

श्रद्धालुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला में डायवर्सन बह जाने से जमशेदपुर व कोलकाता मुख्य मार्ग (एनएच-33) पर आवागमन ठप हो गया है।

झारखंड में रांची अपर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन के प्रभाव में है। इसके प्रभाव से अगले दो दिनों तक कहीं सामान्य तो कहीं भारी बारिश हो सकती है।

उत्तराखंड में अगले 72 घंटे भारी : उत्तराखंड में धीमी चल रही मानसून की चाल अब रफ्तार पकड़ेगी। सोमवार से शुरूआती 72 घंटे कहीं-कहीं भारी बारिश (65 मिमी से अधिक) हो सकती है।

इसे देखते हुए चेतावनी जारी की गई है। इस बीच, पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के चलते दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रहीं।

पिथौरागढ़ में टनकपुर-तवाघाट हाईवे पर पहाड़ी दरकने से रविवार को पांच घंटे यातायात ठप रहा। राज्यभर में करीब 90 संपर्क मार्ग अभी भी बंद हैं। चारधाम यात्रा मार्गों पर भी मलबा आने का सिलसिला जारी है। अलबत्ता, यात्रा सुचारू है।

हिमाचल में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित : हिमाचल में किन्नौर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय उच्च मार्ग 5 पर भारी बारिश के कारण चौरा के समीप चट्टानें खिसकने से मार्ग पर यातायात बाधित हो गया। मंडी में आधा दर्जन संपर्क मार्ग बाधित हैं।

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