"छात्र सिर्फ़ शाकाहारी खाना लाएं, अंडा, ऑमलेट या कोई भी नॉन वेज डिश ना लाएं. अगर ऐसा किया तो स्कूल से निकाल दिया जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इतना ही नहीं सभी छात्रों को योगी आदित्यनाथ जैसी स्टाइल के बाल कटवाने का आदेश दिया गया."
ये सब हुआ मेरठ के ऋषभ एकेडमी स्कूल में, जहां स्कूल प्रशासन ने छात्रों को ये निर्देश दिया.
जब अभिभावकों ने हंगामा मचाया तो ज़िला मजिस्ट्रेट समीर वर्मा ने ज़िला विद्यालय निरीक्षक से मामले की रिपोर्ट मांगी है. स्कूल में कक्षा एक से 12वीं तक के क़रीब 2 हजार 800 बच्चे पढ़ रहे हैं.
ऋषभ एकेडमी
स्कूल में पढ़ने वाले अल्पसंख्यक बच्चों और उनके अभिभावकों ने आरोप लगाया कि प्रबंधन विशेष वर्ग के बच्चों को निशाना बनाते हुए दाख़िला नहीं देना चाहता और इसी वजह से प्रतिबंध के ऐसे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. ख़ास तौर पर अभिभावक इस बात से नाराज थे कि बच्चों को खास तरीक़े से बाल कटाने को कहा जा रहा है जो उन्हें मंज़ूर नहीं.
इस मामले में स्कूल प्रबंधन ने कहा है कि बेहतर माहौल और अनुशासन बनाये रखने के लिए ये क़दम उठाए जा रहे हैं.
मेरठ का एक स्कूल
प्रबंध समिति के सचिव रंजीत जैन ने कहा, "लंबे बाल और नॉनवेज खाने पर रोक लगाने के फ़ैसले के बाद छात्र हमें ही धमकी दे रहे हैं. इसकी शिकायत हम ज़िला मजिस्ट्रेट और एसएसपी से भी करेंगे. छात्रों की हरकतें सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं और अब उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी."
रंजीत जैन ने कहा, "जिन छात्रों को स्कूल में रहना है उन्हें नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा. जो नहीं कर सकते वो स्कूल से नाम कटा सकते हैं. छात्रों को अभी से बाल बढ़ाने व दाढ़ी रखने की भी इजाज़त नहीं है."
वहीं मेरठ के ज़िला मजिस्ट्रेट समीर वर्मा ने कहा कि मामले सामने आने के बाद जांच करवाई जा रही है और रिपोर्ट मिलने के बाद कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.