भोपाल। अमित देशमुख। केंद्र सरकार के स्वच्छता अभियान के स्टेटस रिपोर्ट में मध्यप्रदेश कई मामलों में पिछड़ रहा है। रिपोर्ट की जो बात सबसे ज्यादा हैरान करती है वह है प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान के दो साल होने के बाद भी मध्यप्रदेश में प्रतिदिन होने वाले 5079 मीट्रिक टन के निष्पादन का प्रतिशत महज 14 है।
आधे वॉर्ड से ही उठ रहा है कचरा
केंद्र सरकार द्वारा मई व जून 2015 में प्रदेश के 192 ग्रामीण व शहरी इलाके के 155 गांव के साथ ही ग्रामीण इलाकों में बने 3431 मकान व शहरी इलाकों के 2205 मकानों को सर्वे में शामिल किया गया था। इसमें बताया गया कि स्वच्छता मिशन को लेकर घर-घर से कचरा उठाने के मिशन में मध्यप्रदेश में वर्तमान में 3602 वॉर्ड से ही कचरा उठ रहा हो, जबकि टारगेट 6999 वॉर्ड से कचरा उठाने का है।
रिपोर्ट जो बताती है हकीकत
कचरा फेंकने की आदत नहीं गई
कहीं भी कचरा फेंकने वाले लोगों का प्रतिशत -15.3
घर के बाहर एक तय जगह पर आज भी कचरा फेंकते – 52.9
ड्रेनेज की ऐसी है स्थिति
ड्रेनेज वॉटर के निष्पादन की जहां कोई व्यवस्था नही है का प्रतिशत – 50
जहां ड्रेनेज की कोई व्यवस्था नहीं की गई का प्रतिशत – 50.5
खुले में शौच जाने वालों का प्रतिशत
ग्रामीण-78.0
शहरी- 14.8
ऐसे घर जहां शौचालय है का प्रतिशत
ग्रामीण -27.5
शहरी – 86.9
सामुदायिक शौचालयों में सफाई की स्थिति
गांवों में बने सामुदायिक शौचालय में जहां सफाई व्यवस्था नहीं है का प्रतिशत – 36.4
वॉर्ड में बने सामुदायिक शौचालयों जहां कोई सफाई व्यवस्था नहीं है – 7.7
डंपिंग ग्राउंड की सफाई
प्रतिदिन यहां होने वाली सफाई का प्रतिशत – 36.8