सांसद आदर्श ग्राम योजना की राष्ट्रीय कार्यशाला में हिस्सा लेने भोपाल आईं दुर्गावती कहती हैं एक साल पहले गांव बदतर हालत में था, लेकिन सात नवंबर 2014 को मोदी ने इसे गोद लिया और एक सप्ताह में यहां बैंक की शाखा और डाकघर खुल गए। बैंक ने किसानों को ऋण देना शुरू कर दिया। अब गांव में सोलर पंप लगे हुए हैं, पानी का संकट खत्म हो चुका है। 25-26 किलोवाट के दो पॉवर हाउस बन गए हैं। 24 घंटे पानी-बिजली, हर घर में शौचालय के अलावा चकाचक सड़कों की सुविधा तथा बेहतरीन आंगनबाडी है।
गांव में हो रहे इस चकाचौंध विकास में आपकी क्या भूमिका है? यह सवाल दुर्गावती को थोड़ा असहज कर देता है, वे कहती हैं- हम इन कामों की देखरेख करते हैं, लेकिन कामों में कितना पैसा खर्च हो रहा है? कौन-से विभागों ने योजना मंजूर की है? इसकी जानकारी पंचायत को नहीं है। उनका कहना है कि मोदी के गांव (गुजरात) से सीआर पाटिल अक्सर जयापुर गांव आते हैं और वे ही विकास के काम कराते हैं, इसके अलावा मुंबई तथा कुछ और जगह के लोग भी यहां आते हैं। अफसरों के भी चक्कर लगते रहते हैं। दुर्गावती कहती हैं कि मोदी पिछले सात नवंबर को आए थे और मुझसे शिक्षा, मायके आदि के बारे में पूछताछ की थी। सात नवंबर को मोदी फिर आएंगे।