मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया में अडाणी समूह के कोयला खदान का लाइसेंस रद्द करने के अदालती फैसले के बाद एक नया मोड़ आया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने कहा कि पर्यावरण व अन्य पहलुओं का हवाला देकर प्रोजेक्टस रोकना देश के लिए खतरनाक होगा। इस प्रोजेक्ट से ऑस्ट्रेलियाई सरकार को 1.38 लाख करोड़ रुपए का फायदा होगा।
पीएम एबॉट ने अडाणी प्रोजेक्ट्स पर कहा कि हम ऐसे देश की छवि नहीं बनाना चाहते जो विकास के काम में भी अड़ेगा लगाता हो। पीएम के मुताबिक अडाणी का यह प्रोजेक्ट क्वींसलैंड और वहां के बाशिंदों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। इसकी मदद से 10 हजार लोगों को नौकरियां मिलेंगी।
ऑस्ट्रेलिया के फेडरल कोर्ट ने अडाणी के 16 अरब डॉलर (1 लाख करोड़ रुपए से अधिक) के कोल प्रोजेक्ट को पर्यावरण नुकसान की आशंका के कारण रद्द कर दिया है। पर्यावरण समूहों ने सरकार पर आरोप लगाया था कि अडाणी को प्रोजेक्ट की मंजूरी देते समय येका स्िकक छिपकली और सजावटी सांप जैसी खास प्रजातियों की देखभाल या उन्हें होने वाले खतरे को ध्यान में नहीं रखा गया।
बहरहाल, एबॉट ने कहा कि खदान और अडाणी के अन्य प्रोजेक्ट्स से भारत पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। बिजली आदि से लेकर कई तरह के फायदे अदाणी के इस प्रोजेक्ट से होंगे और उनकी सेवाओं का ग्लोबल विस्तार होगा। अडाणी ऑस्ट्रेलिया में कारमाइल माइन और रेल प्रोजेक्ट शुरू करना चाहते हैं।