कृषि विभाग हर खरीफ और रबी की खेती में लक्ष्य बनाकर चलता है, लेकिन लक्ष्य के हिसाब से आपूर्ति नहीं हो पाती और नहीं उत्पादन होता है। इस रबी फसल में धान-गूूंह, दलहन-तिलहन समेत अन्य फसलों की खेती लक्ष्य के हिसाब से नहीं हो सकी। इधर विभाग साल दर साल लक्ष्य बढ़ा रहा है, लेकिन कृषि विभाग के अफसर लक्ष्य को पूरा करने एवं किसानों को जागरूक करने में नाकाम रहे हैं। इस रबी सीजन में गेहूं का प्रस्तावित लक्ष्य 12.500 हेक्टेयर था, लेकिन 9.546 हेक्टेयर में ही खेती हुई। इसी तरह 5.600 हेक्टेयर में चना, 2.00 हेक्टेयर में मटर का लक्ष्य था, लेकिन 4.816 हेक्टेयर में चने की खेती और 1.65 में मटर की खेती हुई। इस तरह प्रमुख फसलों की खेती में विभाग पूरी तरह से पिछड़ गया।
धान की खेती में मिली सफलता
रबी सीजन में धान की खेती अच्छी रही। 5.00 हेक्टेयर में खेती का लक्ष्य था, लेकिन 7.852 हेक्टेयर में खेती की गई। इस प्रकार धान की खेती में लक्ष्य से अधिक पूर्ति हुई। इसका श्रेय किसानों को भी है, क्योंकि वे अन्य फसलों की अपेक्षा धान की खेती में रुचि लेते हैं।
हर साल बढ़ रहा लक्ष्य
धान-गेहूं और दलहन तिलहन फसलों का लक्ष्य साल-दर साल बढ़ रहा है। वर्ष 2012 में गेहूं 8.896 हेक्टेयर में गेहूं की खेती हुई थी। वहीं 2013 में 10.388, 2014 में 10.590 हेक्टेयर क्षेत्र में खेती हुई। हालांकि 2015 में 9.456 हेक्टेयर में ही खेती हुई। इसी प्रकार धान की खेती 2012 में 4.881, 2013 में 5.125, 2014 में 5.898 और 2015 में 7.852 हेक्टेयर में खेती की गई।
इस रबी सीजन में कुछ फसलों में प्रस्तावित लक्ष्य के हिसाब से अधिक तो कुछ में लक्ष्य से कम आपूर्ति हुई है।
-पीके सरना, सहायक सांख्यिकी अधिकारी, कृषि विभाग