बिहार में दस में से छह शिक्षक पढ़ाने के काबिल नहीं

पटना : बिहार के स्कूलों में पढ़ाने वाले नियमित शिक्षकों में करीब 57 फीसदी के पास पेशेवर योग्यता नहीं है जबकि अनुबंध वाले ऐसे शिक्षकों की संख्या 58 फीसदी है. इसका अर्थ है कि दस में करीब छह शिक्षक पेशेवर तौर पर पढ़ाने के काबिल नहीं हैं. राज्य में प्राइमरी, अपर प्राइमरी सहित अन्य सभी तरह के स्कूलों में शिक्षकों की तादाद 4 लाख 20 हजार 912 है. इनमें से केवल एक लाख 81 हजार 413 शिक्षक ही पढ़ाने की काबिलियत रखते हैं.

देश के पैमाने पर प्राथमिक स्कूलों में 20 फीसदी शिक्षक ऐसे हैं जो पढ़ाने की पेशेवर योग्यता नहीं रखते. डिस्ट्रिक्ट इन्फॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन की ताजा रिपोर्ट (2013-14) के मुताबिक राज्य में प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में 42 फीसदी नियमित (रेग्यूलर) और 41 फीसदी नियोजित (कांट्रेक्ट) महिला टीचर ही ट्रेंड हैं. प्राइवेट स्कूलों में ट्रेंड महिला टीचरों की तादाद केवल 30 फीसदी है.

नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ एजुकेशन प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से देश भर के स्कूलों पर तैयार रिपोर्ट में चार संकेतकों (इंडेक्स) के आधार पर राज्यों की रैंकिंग भी की गयी है. रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में पढ़ानेवाले आधे से ज्यादा टीचर ट्रेंड नहीं हैं. रेगुलर टीचरों में 48.4 फीसदी, जबकि अनुबंध वाले 46.1 फीसदी शिक्षक ही ट्रेंड हैं. इस तरह अनुबंध पर नियुक्त करीब 54 फीसदी टीचर अनट्रेंड हैं. रिपोर्ट में पेशेवर तौर पर योग्यता और शिक्षकों के प्रशिक्षण को अलग-अलग पैमाना बनाकर शिक्षा की हालत बतायी गयी है. कक्षा एक से आठवीं तक नामांकित बच्चों की संख्या इन स्कूलों में 2 करोड़ 12 लाख 38 हजार 957 बच्चे नामांकित हैं. इनमें एक करोड़ 57 हजार लड़कियां हैं.

महिलाओं की भागीदारी बढ़ी

रिपोर्ट के अनुसार महिला शिक्षकों की तादाद 2005-06 में 26.2 फीसदी से 2013-14 में बढ़कर 40 फीसदी हो गयी. वैसे इसका राष्ट्रीय औसत 47 फीसदी है. सबसे ज्यादा महिला शिक्षक चंडीगढ़ में 81 फीसदी हैं. बिहार में पिछड़ी जाति की महिला शिक्षकों की तादाद 46.73 फीसदी है.

पिछड़ी जाति के छात्रों में पढ़ाई की चेतना

2013-14 में प्राइमरी में 65.1 } पिछड़ी जाति के बच्चों का नामांकन हुआ, जिनमें लड़कियां 49.7} थीं. अपर प्राइमरी में पिछड़े छात्रों की नामांकन दर एक साल में करीब 1} बढ़ी. अनुसूचित जाति के कुल 19.9} बच्वों का नामांकन हुआ, जिनमें 48.8 } लड़कियां थीं. मुसलिम समुदाय के 15.6} नामांकित बच्चों में 50.6% लड़कियां थीं.
जिलों से मांगी रिपोर्ट, आज से जारी होंगे निर्देश : 08

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *