नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘नीति अयोग’ की बैठक में प्रमुख अर्थशास्त्रियों के साथ देश की आर्थिक स्थित पर चर्चा करेंगे। कल होने वाली इस बैठक में अर्थव्यवस्था में तेजी लाने पर मंथन होगा। करीब 65 वर्ष पुराने योजना आयोग के स्थान पर नवगठित नीति आयोग के साथ मोदी की यह पहली बैठक होगी। नीति आयोग को 1 जनवरी, 2015 को योजना आयोग की जगह बनाया गया है।
मोदी की देश के प्रमुख अर्थशास्त्रियों के साथ होने वाली इस बैठक में वित्त मंत्री अरूण जेटली मौजूद रहेंगे। इसके अलावा, नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया, आयोग के पूर्णकालिक सदस्य डा. बिबेक देबराय और डा. वी के सारस्वत भी मौजूद रहेंगे। साथ ही, सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार डा. अरविंद सुब्रमण्यन भी इसमें शामिल होंगे। वहीं वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा और योजना राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिहं भी इस बैठक में मौजूद होंगे।
बजट पर मोदी लेंगे अर्थशास्त्रियों की राय
प्रधानमंत्री बजट पर अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों से सुझाव मांगने जा रहे है क्योंकि वित्त मंत्री जेटली बजट पूर्व चर्चा के दौरान अर्थशास्त्रियों के साथ विचार-विमर्श कर चुके हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक में लिए जाने वाले फैसले अगले बजट का हिस्सा हो सकते हैं। संसद का बजट सत्र 23 फरवरी से शुरू हो रहा है। जबकि 28 फरवरी को अगले वित्त वर्ष का बजट पेश किया जाएगा।
मोदी ने किया प्रमुख अर्थशास्त्रियों व विशेषज्ञों को आमंत्रित
मोदी ने इस बैठक में भाग लेने के लिए जिन प्रमुख अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों को आमंत्रित किया है। उनमें अशोक गुलाटी, बिमल जालान, जी. एन. बाजपेयी, मुकेश भुटानी, नितिन देसाई, पार्थसारथी शोम, पुलापरे बालाकृष्णन, राजीव लाल, आर. वैद्यनाथन, राजीव कुमार, शंकर आचार्य, सुबीर गोकर्ण, स्वामीनाथन अय्यर, टी. एन. नायनन, विजय केलकर और डाॅ. वाई. वी. रेड्डी शामिल है। इनके अतिरिक्त प्रधानमंत्री कार्यालय और वित्त मंत्रालय तथा नीति आयोग के वरिष्ठ अधिकारी भी इसमें मौजूद रहेंगे।