धमतरी (ब्यूरो)। खेतों की सफाई की गरज से लगाई गई आग से कई स्थानों पर आगजनी की घटनाएं हुई है। इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पिछले साल शासन ने निर्देश जारी किया था, पर इस साल इस तरह का निर्देश जारी नहीं होने के कारण किसान बेधड़क खेतों में आग लगा रहे हैं। आगजनी की घटनाओं से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में आगजनी की घटनाएं होने के बाद भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं। खेत तैयार करने के लिए कटीली झाड़ियां, खरपतवारों को नष्ट करने किसान खेतों में आग लगा देते हैं। खेतों में लगाई गई आग तेज हवा के संपर्क में आने से तेजी के साथ फैलने लगती है। जिस पर काबू करना मुश्किल हो जाता है। पिछले साल खरेंगा, भटगांव, गोकुलपुर में आगजनी की घटना हो चुकी हैं।
इस साल भी भखारा क्षेत्र के अलावा अन्य स्थानों में आगजनी की घटना हो चुकी है, जिसमें किसानों को काफी नुकसान हुआ है। ग्राम भटगांव के किसान मन्नू साहू ने बताया कि कई दिनों से खेतों में फसल कटाई चल रही थी। लगभग 25 डिसमिल क्षेत्र कटाई के लिए बचा था। इस दौरान शुक्रवार को अन्य खेत में लगाई गई आग उनके खेत में पहुंच गई, जिससे खड़ी फसल जल कर राख हो गई। इसी तरह राजेश कुमार, कौशल सिंह ने बताया कि हार्वेस्टर से धान कटाई के बाद पैरा खेत में ही फैला था।
एक दिन बाद पैरा उठाने ही वाले थे कि दूसरे खेत होते हुए आग उनके खेत तक पहुंच गई। ग्राम इर्रा के जोहत राम, देमार के मोहन साहू ने भी इसी तरह की बात कही।पिछले साल शासन ने इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए किसानों से अपील की थी जिसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिला था। किसान आग लगाते समय एहतियात बरतने लगे थे। रविवार सुबह साढ़े 10 बजे शहर सीमा से लगे ग्राम भटगांव के खेतों में लगाई गई आग का धुंआ गांव की सड़क तक आ रहा था। वातावरण में छाए धुंए की वजह से वाहन चालकों व राहगीरों को परेशानी हुई। धुएं की वजह से कई की आंखों से आंसू भी निकल आया।
जारी करेंगे निर्देश
कलेक्टर भीम सिंह ने कहा कि खेतों में होने वाली आगजनी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए जिला स्तर पर निर्देश जारी किया जाएगा।
धमतरी
(ब्यूरो)। खेतों की सफाई की गरज से लगाई गई आग से कई स्थानों पर आगजनी की
घटनाएं हुई है। इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पिछले साल शासन ने
निर्देश जारी किया था, पर इस साल इस तरह का निर्देश जारी नहीं होने के कारण
किसान बेधड़क खेतों में आग लगा रहे हैं। आगजनी की घटनाओं से किसानों को
काफी नुकसान हो रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में आगजनी की घटनाएं होने
के बाद भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं। खेत तैयार करने के लिए कटीली झाड़ियां,
खरपतवारों को नष्ट करने किसान खेतों में आग लगा देते हैं। खेतों में लगाई
गई आग तेज हवा के संपर्क में आने से तेजीके साथ फैलने लगती है। जिस पर
काबू करना मुश्किल हो जाता है। पिछले साल खरेंगा, भटगांव, गोकुलपुर में
आगजनी की घटना हो चुकी हैं।
इस साल भी भखारा क्षेत्र के अलावा अन्य
स्थानों में आगजनी की घटना हो चुकी है, जिसमें किसानों को काफी नुकसान हुआ
है। ग्राम भटगांव के किसान मन्नू साहू ने बताया कि कई दिनों से खेतों में
फसल कटाई चल रही थी। लगभग 25 डिसमिल क्षेत्र कटाई के लिए बचा था। इस दौरान
शुक्रवार को अन्य खेत में लगाई गई आग उनके खेत में पहुंच गई, जिससे खड़ी फसल
जल कर राख हो गई। इसी तरह राजेश कुमार, कौशल सिंह ने बताया कि हार्वेस्टर
से धान कटाई के बाद पैरा खेत में ही फैला था।
एक दिन बाद पैरा उठाने
ही वाले थे कि दूसरे खेत होते हुए आग उनके खेत तक पहुंच गई। ग्राम इर्रा के
जोहत राम, देमार के मोहन साहू ने भी इसी तरह की बात कही।पिछले साल शासन ने
इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए किसानों से अपील की थी जिसका
सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिला था। किसान आग लगाते समय एहतियात बरतने
लगे थे। रविवार सुबह साढ़े 10 बजे शहर सीमा से लगे ग्राम भटगांव के खेतों
में लगाई गई आग का धुंआ गांव की सड़क तक आ रहा था। वातावरण में छाए धुंए की
वजह से वाहन चालकों व राहगीरों को परेशानी हुई। धुएं की वजह से कई की आंखों
से आंसू भी निकल आया।
जारी करेंगे निर्देश
कलेक्टर भीम सिंह ने कहा कि खेतों में होने वाली आगजनी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए जिला स्तर पर निर्देश जारी किया जाएगा।
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