नयी दिल्ली : पिछले तीन दशक में नक्सलियों ने लगभग 12000 आम लोगों की हत्या
कर दी. करीब 3000 सुरक्षाकर्मी इसी अवधि में नक्सलियों के हाथों मारे
गये. गृह मंत्रालय के आंकडों के मुताबिक 1980 से अब तक नक्सलियों ने 11742
आम नागरिकों की हत्या कर दी.
सुरक्षाबलों की बात करें तो 2947 सुरक्षाकर्मी नक्सलियों के हाथों मारे
गये. इसी अवधि में सुरक्षाबलों के हाथ 4674 नक्सली मारे गये. सबसे अधिक
संख्या में आम नागरिकों की मौत 2010 के दौरान नक्सल हिंसा में हुई. 2010
में नक्सलियों ने 720 लोगों की हत्या की. इनमें अधिकांशतया नौ नक्सल हिंसा
प्रभावित राज्यों छत्तीसगढ, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र,
बिहार, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से थे.
सुरक्षाकर्मियों की बात करें तो सबसे अधिक 317 सुरक्षाकर्मी नक्सलियों के
हाथों 2009 में मारे गये. 1998 में सबसे अधिक संख्या में यानी 296 नक्सली
सुरक्षाबलों के हाथों मारे गये. 1980 में नक्सलियों ने 84 आम नागरिकों की
हत्या की जबकि इसी साल 17 नक्सली मारे गये. 1980 में नक्सलियों के हाथ एक
भी सुरक्षाकर्मी नहीं मारा गया. नक्सलियों ने 2012 में 300 आम नागरिकों की
हत्या कर दी. उनके हाथों 114 सुरक्षा जवान मारे गये. इसी अवधि में
सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड में 52 नक्सली मारे गये. 2013 में 30 सितंबर तक
198 आम लोगों की नक्सलियों ने हत्या कर दी. 88 सुरक्षाकर्मी नक्सलियों के
हाथों मारे गये और इतनी ही संख्या में यानी 88 नक्सली सुरक्षाबलों के साथ
मुठभेड में मारे गये.