शिमला.हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 8,720 शिक्षकों के
पद खाली पड़े हैं। इतनी अधिक संख्या में पद खाली होने से छात्रों को पढ़ाई
में परेशानी आ रही है। यह खुलासा शिक्षा विभाग की तरफ से जारी ताजा आंकड़ों
में हुआ है, जिसमें 31 जुलाई तक खाली पड़े पदों की जानकारी दी गई है। इसी
तरह 547 स्कूल ऐसे भी हैं, जो बिना मुखिया यानि प्रिंसिपल या हेडमास्टर के
चल रहे हैं। इसके तहत 376 सीनियर सेकंडरी स्कूलों में प्रिंसिपल और 171 हाई
स्कूलों में हेडमास्टर के पद खाली पड़े हैं। इन्हें कब भरा जाएगा, इस पर
स्थिति साफ नहीं है।
पद खाली पड़े हैं। इतनी अधिक संख्या में पद खाली होने से छात्रों को पढ़ाई
में परेशानी आ रही है। यह खुलासा शिक्षा विभाग की तरफ से जारी ताजा आंकड़ों
में हुआ है, जिसमें 31 जुलाई तक खाली पड़े पदों की जानकारी दी गई है। इसी
तरह 547 स्कूल ऐसे भी हैं, जो बिना मुखिया यानि प्रिंसिपल या हेडमास्टर के
चल रहे हैं। इसके तहत 376 सीनियर सेकंडरी स्कूलों में प्रिंसिपल और 171 हाई
स्कूलों में हेडमास्टर के पद खाली पड़े हैं। इन्हें कब भरा जाएगा, इस पर
स्थिति साफ नहीं है।
प्राइमरी स्कूलों में स्थिति खराब
प्रदेश में प्राइमरी स्कूलों में स्थिति सबसे अधिक खराब है। इस समय
प्राइमरी स्कूलों में जेबीटी शिक्षकों के 1,802 पद खाली पड़े हैं। इस कारण
1,400 से अधिक स्कूलों में एक शिक्षक को पांच कक्षाएं पढ़ानी पढ़ रही है।
प्रदेश में प्रशिक्षित जेबीटी उपलब्ध होने के बावजूद इन पदों को पिछले दो
सालों से नहीं भरा जा सका है।4 जिलों में 1,000 से अधिक पद खाली: प्रदेश के
चार जिलों में इस समय 1,000 से अधिक शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। सबसे
अधिक 1,460 पद शिमला जिला में खाली पड़े हैं। इसके अलावा मंडी में 1,169,
सिरमौर में 1,149 और चंबा जिला में 1,034 पद खाली हैं।
प्राइमरी स्कूलों में जेबीटी शिक्षकों के 1,802 पद खाली पड़े हैं। इस कारण
1,400 से अधिक स्कूलों में एक शिक्षक को पांच कक्षाएं पढ़ानी पढ़ रही है।
प्रदेश में प्रशिक्षित जेबीटी उपलब्ध होने के बावजूद इन पदों को पिछले दो
सालों से नहीं भरा जा सका है।4 जिलों में 1,000 से अधिक पद खाली: प्रदेश के
चार जिलों में इस समय 1,000 से अधिक शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। सबसे
अधिक 1,460 पद शिमला जिला में खाली पड़े हैं। इसके अलावा मंडी में 1,169,
सिरमौर में 1,149 और चंबा जिला में 1,034 पद खाली हैं।
सीएंडवी के 4,314 पद
खाली: प्रदेश में सीएंडवी श्रेणी में सबसे अधिक रिक्तियां हैं। इस समय
सीएंडवी श्रेणी का काडर 16,809 है, जिसमें से 4,314 पद खाली हैं। इस
श्रेणी में भाषा अध्यापक, ड्रांइग टीचर, शास्त्री, क्राफ्ट टीचर और पीईटी
(शारीरिक शिक्षक) आते हैं।
सीएंडवी श्रेणी का काडर 16,809 है, जिसमें से 4,314 पद खाली हैं। इस
श्रेणी में भाषा अध्यापक, ड्रांइग टीचर, शास्त्री, क्राफ्ट टीचर और पीईटी
(शारीरिक शिक्षक) आते हैं।
शिक्षकों की कितनी रिक्तियां
जिला स्वीकृत पद खाली पद
चंबा 6,716 1,034
सिरमौर 6,114 1,149
बिलासपुर 4,172 420
मंडी 11,636 1,169
कुल्लू 4,332 548
सोलन 5,216 585
ऊना 4,639 607
लाहौल-स्पीति 1,137 182
शिमला 10,653 1,460
कांगड़ा 13,311 956
हमीरपुर 4,340 437
किन्नौर 1,376 173
कुल 73,646 8,720।
अब तक सरकार ने क्या किया
सरकार ने हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड हमीरपुर को टीजीटी
के 592 पदों को भरने के लिए परीक्षा आयोजित करने को कहा गया है। इसके अलावा
बैच के आधार पर अपंग, एससी/एसटी और भूतपूर्व सैनिक के आश्रितों से टीजीटी
के 524 पदों को भरने के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया जारी है। इसी तरह
सीएंडवी श्रेणी के 1,370 पदों को भरने को स्वीकृति प्रदान की गई है। इसमें
500 भाषा अध्यापक, 470 शास्त्री, 200 ड्रांइग टीचर और 200 पीईटी के पदों को
बैच और चयन बोर्ड के माध्यम से भरा जाना है। अब तक 154 शास्त्री के पदों
को भरा जा चुका है। इसीतरह प्रिंसिपल, हेडमास्टर और प्रवक्ता/पीजीटी पदों
को भरने की प्रक्रिया जारी है।
के 592 पदों को भरने के लिए परीक्षा आयोजित करने को कहा गया है। इसके अलावा
बैच के आधार पर अपंग, एससी/एसटी और भूतपूर्व सैनिक के आश्रितों से टीजीटी
के 524 पदों को भरने के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया जारी है। इसी तरह
सीएंडवी श्रेणी के 1,370 पदों को भरने को स्वीकृति प्रदान की गई है। इसमें
500 भाषा अध्यापक, 470 शास्त्री, 200 ड्रांइग टीचर और 200 पीईटी के पदों को
बैच और चयन बोर्ड के माध्यम से भरा जाना है। अब तक 154 शास्त्री के पदों
को भरा जा चुका है। इसीतरह प्रिंसिपल, हेडमास्टर और प्रवक्ता/पीजीटी पदों
को भरने की प्रक्रिया जारी है।