खुद लाना होगा खेतों तक पानी- पुष्यमित्र

झारखंड प्राकृतिक संसाधनों से भरा पूरा राज्य है. यहां बारिश भी भरपूर
होती है और नदियां और दूसरे जल निकायों में पानी भी ठीक-ठाक रहता है. इसके
बावजूद सरकारी आंकड़ों के मुताबिक रबी में कुल खेती योग्य रकबे के बीस
फीसदी जमीन पर ही खेती हो पाती है. इसकी वजह है कि यहां की अधिकांश खेती
मानसून पर निर्भर है और लोगों के पास दूसरी फसल लेने के लायक पानी नहीं
होता है.

आमतौर पर किसी राज्य में खेतों तक पानी पहुंचाने की जिम्मेदारी जल संसाधन
विभाग की होती है. मगर पिछले खरीफ के जल संसाधन विभाग के आंकड़ों पर नजर
डालें, तो साफ हो जाता है कि यह विभाग राज्य के सभी खेतों तक पानी पहुंचा
पाने में कितना अक्षम है.


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