बलौदा बाजार। अंबुजा सीमेंट प्लांट में गुरुवार सुबह करीब 11
बजे बड़ा हादसा हो गया। प्लांट के तीन हापर के गिर जाने से वहां काम कर रहे
दर्जनभर से अधिक श्रमिक 500 टन से अधिक गर्म फ्लाई ऐश के नीचे दब गए।
दुर्घटना में पांच-छह श्रमिकों के मरने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि
प्रबंधन ने पांच के दबे होने और एक श्रमिक की मौत की ही पुष्टि की है।
बजे बड़ा हादसा हो गया। प्लांट के तीन हापर के गिर जाने से वहां काम कर रहे
दर्जनभर से अधिक श्रमिक 500 टन से अधिक गर्म फ्लाई ऐश के नीचे दब गए।
दुर्घटना में पांच-छह श्रमिकों के मरने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि
प्रबंधन ने पांच के दबे होने और एक श्रमिक की मौत की ही पुष्टि की है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार प्लांट के लाइन-1 में एक तथा दो नंबर
सीमेंट मिल के पास इएसपी फ्लोर में अचानक धमाका हुआ। इसके बाद तीनों हापर
एक साथ छत को तोड़ते हुए नीचे गिर गए। फ्लाई ऐश चारों ओर फैल गई और कुछ देर
के लिए आसपास के इलाकों में धुंध सी छा गई। मलबे में दबे श्रमिक मरम्मत का
काम कर रहे थे।
सीमेंट मिल के पास इएसपी फ्लोर में अचानक धमाका हुआ। इसके बाद तीनों हापर
एक साथ छत को तोड़ते हुए नीचे गिर गए। फ्लाई ऐश चारों ओर फैल गई और कुछ देर
के लिए आसपास के इलाकों में धुंध सी छा गई। मलबे में दबे श्रमिक मरम्मत का
काम कर रहे थे।
लोगों का चक्काजाम, पथराव
हादसे के तत्काल बाद प्लांट के अधिकारियों ने सुरक्षा के लिहाज से
संयंत्र का मेन गेट बंद कर दिया। ग्रामीणों के साथ ही मीडियाकर्मियों को भी
अंदर नहीं जाने दिया गया।
संयंत्र का मेन गेट बंद कर दिया। ग्रामीणों के साथ ही मीडियाकर्मियों को भी
अंदर नहीं जाने दिया गया।
प्लांट में कार्यरत अपने परिजनों का हाल नहीं जान पाने से नाराज लोगों
ने नारेबाजी और चक्काजाम किया। इस दौरान कुछ लोगों ने सुरक्षा तथा
पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। इससे कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए।
ने नारेबाजी और चक्काजाम किया। इस दौरान कुछ लोगों ने सुरक्षा तथा
पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। इससे कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए।
स्थिति को नियंत्रित करने पुलिस ने लाठियां लहराई और गेट खाली कराया।
उधर, बचाव दल पहले ऊपर के हिस्से को मजबूत कर रहा है। उसके बाद फ्लाई ऐश को
हटाने का काम होगा। ऑपरेशन के शुक्रवार तक चलने की संभावना जताई जा रही
है।
उधर, बचाव दल पहले ऊपर के हिस्से को मजबूत कर रहा है। उसके बाद फ्लाई ऐश को
हटाने का काम होगा। ऑपरेशन के शुक्रवार तक चलने की संभावना जताई जा रही
है।
एफआईआर दर्ज
प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। हादसा क्यों और कैसे हुआ, यह शुक्रवार तक स्पष्ट हो पाएगा। – रामगोपाल सोनी, टीआई सिटी कोतवाली
रायपुर ले जाते समय एक घायल की मौत
अंबुजा सीमेंट संयंत्र के यूनिट हेड बीसी पांडेय ने बताया कि दुर्घटना
के थोड़ी देर बाद ग्राम सैहा के 25 वर्षीय दुर्गेश कुमार वर्मा को निकाल
लिया गया। रायपुर ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। नियमित कर्मचारी
46 वर्षीय सुरेश चन्द्र शुक्ला को भी रायपुर रेफर किया गया है। उसकी हालत
गंभीर है।
के थोड़ी देर बाद ग्राम सैहा के 25 वर्षीय दुर्गेश कुमार वर्मा को निकाल
लिया गया। रायपुर ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। नियमित कर्मचारी
46 वर्षीय सुरेश चन्द्र शुक्ला को भी रायपुर रेफर किया गया है। उसकी हालत
गंभीर है।
तीन लोगों कमलेश्वर सिंह निवासी रींवा, पोषण लाल वर्मा निवासी ग्राम
अजरुनी और अजरुनी के रोशन लाल वर्मा के दबे होने की जानकारी मिली है।
पांडेय ने बताया कि हादसे के समय पांच लोगों के काम करने की जानकारी मिली
है। दबे लोगों को सकुशल निकालने की कोशिशें जारी हैं। पूरी पारदर्शिता से
घटना की जांच की जाएगी। प्लांट शुक्रवार को बंद रहेगा।
अजरुनी और अजरुनी के रोशन लाल वर्मा के दबे होने की जानकारी मिली है।
पांडेय ने बताया कि हादसे के समय पांच लोगों के काम करने की जानकारी मिली
है। दबे लोगों को सकुशल निकालने की कोशिशें जारी हैं। पूरी पारदर्शिता से
घटना की जांच की जाएगी। प्लांट शुक्रवार को बंद रहेगा।
बचाव में जुटे 70 से ज्यादा विशेषज्ञ
हादसे के बाद प्रबंधन ने छुट्टी घोषित कर दी। यहां स्थित लाफार्ज और
अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्रों से रेस्क्यू टीम तथा एंबुलेंस बुला ली गई।
करीब 70 से अधिक विशेषज्ञ बचाव कार्यो में जुटे हुए हैं। छत का स्ट्रक्चर
कमजोर है और फ्लाई ऐश का गिरना जारी है, इस कारण उन्हें दिक्कत आ रही है।
अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्रों से रेस्क्यू टीम तथा एंबुलेंस बुला ली गई।
करीब 70 से अधिक विशेषज्ञ बचाव कार्यो में जुटे हुए हैं। छत का स्ट्रक्चर
कमजोर है और फ्लाई ऐश का गिरना जारी है, इस कारण उन्हें दिक्कत आ रही है।
कैसे हुआ हादसा
कन्वेयर बेल्ट के सहारे पाइप से गर्म फ्लाई ऐश हापर में आती है। इस
दौरान पाइप में तेजी से वाइब्रेशन होता है। क्षमता से अधिक फ्लाई ऐश आने
तथा वाइब्रेशनसे हापर नीचे गिर गए। हापर 30 मीटर ऊंचे सायलो के ऊपर कॉलम
पर टिके थे। वहां कार्यरत कुछ श्रमिकों के अनुसार कुछ दिनों से पाइप भी चोक
था, जिसकी मरम्मत की जा रही थी।
दौरान पाइप में तेजी से वाइब्रेशन होता है। क्षमता से अधिक फ्लाई ऐश आने
तथा वाइब्रेशनसे हापर नीचे गिर गए। हापर 30 मीटर ऊंचे सायलो के ऊपर कॉलम
पर टिके थे। वहां कार्यरत कुछ श्रमिकों के अनुसार कुछ दिनों से पाइप भी चोक
था, जिसकी मरम्मत की जा रही थी।