विपणन सीजन 2013-14 के लिए गेहूं का एमएसपी 1,350 रुपये तय
सीसीईए के फैसले
केंद्रीय पूल से 25 लाख टन और गेहूं के निर्यात की अनुमति
कुंभ मेले के आयोजन के लिए यूपी को बीपीएल मूल्य पर 16,200 टन गेहूं व 96,000 टन चावल का आवंटन होगा
आखिरकार लंबे
इंतजार और मंत्रालयों के अंतर्विरोध के बाद केंद्र सरकार ने गेहूं के
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 65 रुपये की बढ़ोतरी कर ही दी। विपणन
सीजन 2013-14 के लिए गेहूं का एमएसपी 1,350 रुपये प्रति क्विंटल तय किया
गया है। इसके अलावा केंद्रीय पूल से 25 लाख टन और गेहूं के निर्यात की
अनुमति भी दी गई है।
आर्थिक मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बुधवार को हुई बैठक
में विपणन सीजन 2013-14 के लिए गेहूं के एमएसपी में 65 रुपये की बढ़ोतरी कर
मूल्य 1,350 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया। विपणन सीजन 2012-13 के लिए
गेहूं का एमएसपी 1,285 रुपये प्रति क्विंटल था।
बैठक के बाद वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने पत्रकारों को बताया कि केंद्रीय
पूल से 25 लाख टन और गेहूं के निर्यात की अनुमति दी गई है। इस गेहूं का
निर्यात सार्वजनिक कंपनियों एसटीसी, पीईसी और एमएमटीसी के माध्यम से किया
जाएगा। इसके अलावा कुंभ मेले के आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश को बीपीएल के
दाम पर 16,200 टन गेहूं और 96,000 टन चावल का आवंटन किया जाएगा।
गेहूं के एमएसपी को लेकर कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी), खाद्य
मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और कृषि मंत्रालय की सिफारिशें भिन्न-भिन्न होने
के कारण नवंबर में कैबिनेट कमेटी की बैठक में फैसला नहीं हो सका था। कृषि
मंत्रालय ने खाद, डीजल, बीज और कीटनाशकों की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को
देखते हुए एमएसपी में 100 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 1,385 रुपये प्रति
क्विंटल तय करने की सिफारिश की थी।
इसके उलट सीएसीपी ने केंद्रीय पूल में बंपर स्टॉक का हवाला देकर एमएसपी
को 1,285 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर ही स्थिर रखने की सिफारिश
की थी, लेकिन इसके साथ ही किसानों को 40 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस देने
की सिफारिश की थी। सीसीईए ने केंद्रीय पूल से 25 लाख टन और गेहूं के
निर्यात की अनुमति दी है, जबकि इससे पहले केंद्रीय पूल से 20 लाख टन गेहूं
के निर्यात की इजाजत दी गई थी। इसमें से सार्वजनिक कंपनियों द्वारा 20 लाख
टन गेहूं की निविदा को अंतिम रूप दिया भी जा चुका है।
एसटीसी को गेहूं निर्यात के लिए हाल ही में 328 डॉलर प्रति टन की ऊंची
बोली मिली है। केंद्रीय पूल में पहली दिसंबर को 376.52 लाख टन गेहूं का
बंपर स्टॉक मौजूद था जो बफर के तय मानकों के मुकाबले कई गुना ज्यादा
है।अप्रैल महीने में गेहूं की नई फसल की आवक शुरू हो जाएगी। बुवाई और अभी
तक के मौसम को देखते नए सीजन में भी गेहूं की पैदावार बढऩेका अनुमान है।