न्यूज चैनल आईबीएन 7 के चर्चित टॉक शो एजेंडा में मणिशंकर अय्यर ने कहा कि संसद के वेल में आकर विपक्षी दल के सांसद जानवरों की तरह व्यवहार करने लगते हैं. मणिशंकर अय्यर के इस बयान के बाद चारों तरफ चर्चाएं तेज हो गईं हैं. विपक्ष तिलमिला गया है और आज राज्यसभा में मणिशंकर अय्यर के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला लेकर जायेगी.
सिर्फ विपक्ष ही नहीं कांग्रेस की सहयोगी पार्टी सपा भी मणिशंकर अय्यर के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लेकर आयेगी. मणिशंकर अय्यर से जब यह पूछा गया कि क्या उन्हें अपने इस बयान पर अफसोस है या फिर गलती से उनकी जुबान फिसल गई तो अय्यर ने कहा कि वो अपने इस बयान पर माफी नहीं मागेंगे. मणिशंकर अय्यर ने कहा कि उन्हें अपने इस बयान पर जरा भी अफसोस नहीं है. वहीं इस बयान के बाद सियासी पारा गर्म हो गया है और प्रतिक्रियाएं शुरु हो गई हैं.
संविधान के जानकारों का मनना है कि मणिशंकर अय्यर का यह बयान उन्हें मुश्किल में डाल सकता है. मालूम हो कि ये पहली बार नहीं है जब मणिशंकर ने राजनीति में बदजुबानी का नमूना पेश किया है. इससे पहले हाल ही में उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लहू पुरुष कह डाला था.
मणिशंकर अय्यर के किन-किन बयानों ने लगाई आग?
ब्यूरोक्रेट से नेता बने मणिशंकर अय्यर अपने विवादास्पद बयानों के लिए जाने जाते हैं. चाहे वह सरकार में रहें या ना रहें, उनके बयानों ने हमेशा गर्मी पैदा की है. ना सिर्फ विपक्ष बल्कि उनके निशाने पर अक्सर अपनी ही पार्टी और अपने ही नेता आ जाते हैं. कभी राजीव गांधी के खास सिपहसालार रहे मणिशंकर अय्यर को उनकी मृत्यु के बाद पार्टी में उपेक्षा झेलनी पड़ी. उनका ये दर्द अक्सर छलक भी पड़ता है और वो अपनी ही पार्टी पर हमला बोल देते हैं.
कैम्ब्रिज से पढ़े और भारतीय विदेश सेवा में रह चुके मणिशंकर ने 80 के दशक में राजीव गांधी से प्रभावित होकर कांग्रेस का दामन थामा था. मणिशंकर पेट्रोलियम और खेल जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाल चुके हैं. लेकिन इन पदों से विदाई के बाद भी उनका बड़बोलापन कम नहीं हुआ. नतीजतन धीरे-धीरे वो हाशिए पर चले गए. किस तरह के बयान देकर मणिशंकर ने अक्सर विवाद पैदा किए.
एक नजर डालते हैं:
साल 2010:-
दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान अय्यर ने आयोजन समिति के प्रमुख सुरेश कलमाडी को ब्लडी लायर यानी झूठा कह दिया. अय्यर ने ये भी कहा कि मैंने कोशिश की थी की हमें गेम्स की मेजबानी ना मिले. अय्यर इस कदर नाराज थे कि उन्होंने गेम्स के दौरान देश से बाहर रहने का फैसला किया. अय्यर ने ये आरोप भी लगाया कि कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी हासिल करने के लिए भारत ने राष्ट्रमंडल देशों की ओलंपिक समिति को एक-एक लाख डॉलर रिश्वत दी थी.
जुलाई 2011:-
मणिशंकर ने एक कार्यक्रम में कांग्रेस पर ही आरोप लगा दिए. उन्होंने कहा कि जिस किसी कांग्रेस की पहुंच होती है वो अपना काम करवाने10 जनपथ चला जाता है. जिसकी पहुंच नहीं होती वो 24 अकबर रोड यानी कांग्रेस दफ्तर के चक्कर काटता रहता है. अय्यर ने ये भी कहा कि कांग्रेस एक सर्कस है और इसमें 90 फीसदी जोकर हैं और इस सर्कस से हर कांग्रेसी को जुड़ना होता है.
जुलाई 2011:-
जुलाई 2011 में मणिशंकर ने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव पर ही विवादास्पद बयान दे दिया. उन्होंने कहा कि बाबरी विध्वंस के लिए नरसिंह राव जिम्मेदार हैं. उनके इस बयान पर कांग्रेस के भीतर काफी हंगामा मचा.
नवंबर 2012:-
इसी साल नवंबर में मणिशंकर ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करते हुए नरेंद्र मोदी को लहूपुरुष कह डाला. अय्यर ने कहा कि मोदी खुद को विकास पुरुष कहते हैं, लेकिन असल में वो लहूपुरुष हैं. उन्होंने मोदी की तुलना दाऊद से करते हुए कहा कि मोदी की बुद्धि माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम जैसी है. 2008 में ही अय्यर ने मोदी की तुलना हिटलर से भी की थी.
सितंबर 2012:-
इसी साल सितंबर अय्यर ने बयान दिया कि बीजेपी सांसदों को संसद से बाहर फेंक देना चाहिए. कोयला ब्लॉक आवंटन पर संसद में बीजेपी के हंगामे पर मणिशंकर ने ये बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि बीजेपी संसद में बहस से डर रही है. स्पीकर हंगामा करने वाले बीजेपी सांसदों को उठाकर बाहर क्यों नहीं फेंक देते.
आजः-
अब एक बार फिर मणिशंकर ने विपक्षी सांसदों को जानवर कह दिया. अब विपक्ष उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की सोच रहा है. हालांकि अय्यर की तरफ से कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने माफी मांगी है, लेकिन देखना है कि अय्यर के तेवर नरम पड़ते हैं या नहीं.