जयपुर/नई दिल्ली। अगस्त
में हुई भारी बारिश ने मानसून को सामान्य औसत के करीब ला दिया है। जून से
पांच सितंबर तक पूरे देश में 675.4 मिमी बारिश हो चुकी है। जबकि सामान्य
औसत 748.5 मिमी है। मतलब मानसूनी बारिश अब महज 10 फीसदी कम रह गई है।
राजस्थान
में अब तक 16.15 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। राजस्थान में 1 जून
से 9 सितंबर तक 491.22 मिमी होती है। अब तक यहां 570.55 मिमी बारिश हो चुकी
है। 18 जिलों में सामान्य, 12 में सामान्य से अधिक और सीकर में अत्यधिक
बारिश हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक अब तक इस सीजन में देश के 68
प्रतिशत भाग में सामान्य या इससे अधिक वर्षा हुई है। अन्य भागों में कम
बारिश की स्थिति है। सौराष्ट्र-कच्छ, गुजरात अंचल, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी
उत्तर प्रदेश, मराठवाड़ा और बिहार। इन क्षेत्रों में 60 से 28 प्रतिशत तक
कम बारिश हुई है।
अगस्त ने की जून-जुलाई की भरपाई
अगस्त के
पूरे महीने में देशभर में 264.7 मिमी बारिश हुई। यह इस महीने के सामान्य
औसत 261 मिमी से करीब एक फीसदी अधिक है। जून में बारिश सामान्य से 31 फीसदी
कम थी। जुलाई में स्थिति सुधरी। यह आंकड़ा 13 फीसदी की कमी पर आ गया था।
में हुई भारी बारिश ने मानसून को सामान्य औसत के करीब ला दिया है। जून से
पांच सितंबर तक पूरे देश में 675.4 मिमी बारिश हो चुकी है। जबकि सामान्य
औसत 748.5 मिमी है। मतलब मानसूनी बारिश अब महज 10 फीसदी कम रह गई है।
राजस्थान
में अब तक 16.15 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। राजस्थान में 1 जून
से 9 सितंबर तक 491.22 मिमी होती है। अब तक यहां 570.55 मिमी बारिश हो चुकी
है। 18 जिलों में सामान्य, 12 में सामान्य से अधिक और सीकर में अत्यधिक
बारिश हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक अब तक इस सीजन में देश के 68
प्रतिशत भाग में सामान्य या इससे अधिक वर्षा हुई है। अन्य भागों में कम
बारिश की स्थिति है। सौराष्ट्र-कच्छ, गुजरात अंचल, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी
उत्तर प्रदेश, मराठवाड़ा और बिहार। इन क्षेत्रों में 60 से 28 प्रतिशत तक
कम बारिश हुई है।
अगस्त ने की जून-जुलाई की भरपाई
अगस्त के
पूरे महीने में देशभर में 264.7 मिमी बारिश हुई। यह इस महीने के सामान्य
औसत 261 मिमी से करीब एक फीसदी अधिक है। जून में बारिश सामान्य से 31 फीसदी
कम थी। जुलाई में स्थिति सुधरी। यह आंकड़ा 13 फीसदी की कमी पर आ गया था।