इंदौर। अवैध रूप से गुटखा पाउच बनाने के मामले में सेंट्रल
एक्साइज विभाग ने किशोर वाधवानी एंड कंपनी को 20 करोड़ रुपए का नया डिमांड
नोटिस जारी किया है। पिछले साल गुटखा फैक्टरियों पर मारे गए छापों के आधार
पर यह नोटिस दिया है। फैक्टरी मैनेजर अनमोल मिश्रा को भी पार्टी बनाया गया
है। डिमांड जमा करने या नोटिस का जवाब देने के लिए वाधवानी को एक माह का
समय दिया गया है। गौरतलब है कि कुछ समय पहले वाधवानी को 195 करोड़ रुपए का
डिमांड नोटिस दिया गया था।
फरवरी 2011 में सेंट्रल एक्साइज ने
वाधवानी की फैक्टरियों पर छापे मारे थे। पहली फैक्टरी सांवेर रोड के
औद्योगिक क्षेत्र में थी जिसमें 42 मशीनें अवैध रूप से चल रही थीं। 6 जुलाई
2012 को उस फैक्टरी के लिए विभाग ने 195 करोड़ डिमांड का नोटिस जारी किया
था। बाद में भौंरासला औद्योगिक क्षेत्र में एक और फैक्टरी से 10 गुटखा
मशीनें, शिमला, कारगिल, वंश के पाउच जब्त किए थे।
असली परेशानी बाकी
सूत्रों
के अनुसार सेंट्रल एक्साइज की इन्वेस्टिगेशन विंग डीजीसीईआई (डायरेक्टर
जनरल ऑफ सेंट्रल एक्साइज इंटेलीजेंस) का एक बड़ा डिमांड नोटिस कुछ ही माह
में दिल्ली से जारी होने वाला है। डीजीसीईआई ने पिछले साल गुटखा फैक्टरियों
पर छापों के दौरान एलोरा टोबैको की सिगरेट फैक्टरियों से करोड़ों रुपए की
हेराफेरी पकड़ी थी।