हिमाचल
में कन्या भू्रण हत्या और जन्म से पहले शिशु के लिंग जांच के अपराध को
रोकने के लिए जल्द ही डिकोए ऑपरेशन शुरू किया जा रहा है। यह ऑपरेशन इस तरह
के अपराध में संलिप्त डॉक्टरों को रंगे हाथ पकडऩे के लिए तैयार किया गया
है।
प्रदेश में इस मुहिम को शुरू करने के लिए केंद्र सरकार के विशेष
गाइड लाइन्स भी आई है। जिसमें ये अपराध करने वाले चिकित्सकों पर कड़ी
कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं।
रा’य में सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में करीब दो हजार से अधिक अल्ट्रासाउंड केंद्रों में इस ऑपरेशन को शुरू करने के लिए
स्वास्थ्य विभाग ने प्लानिंग पर काम करना शुरू कर दिया है।
हाल
ही में हुई पीएनडीटी की बैठक में इस ऑपरेशन को लागू करने के लिए एक
प्रारूप भी तैयार किया गया है। इस ऑपरेशन में स्वास्थ्य विभाग प्री
प्लानिंग के क्लीनिक पर गुप्त छापामारी करेगा।
इसमें न तो क्लीनिक
चलाने वाले लोगों को इस बारे में पता होगा और न ही पुलिस की मौजूदगी के
बारे में अपराध से जुड़े डॉक्टर जान पाएंगे। ऑपरेशन के दौरान मौके पर
क्लीनिक के सील किए जाने और डॉक्टर को हिरासत में लिए जाने का प्रावधान है।