यूपी में हॉर्टीकल्चर में 1000 करोड़ का निवेश

सूबे की औद्यानिक खेती केन्द्र सरकार से मिलने वाली 1000 करोड़ रुपए से लहलहाएगी। बस्ती में एशिया का सबसे बड़ा औद्यानिक खेती शोध केन्द्र बनेगा। देश के उच्च स्तरीय औधानिकी अनुसंधान से जुड़े वैज्ञानिक औद्यानिक खेती को बढ़ावा देने के लिए शोध करने यूपी आएंगे। यह बातें उद्यान निदेशालय में उद्यान मंत्री राज किशोर सिंह ने पत्रकारों से कही।

उन्होंने कहा कि यूपी सरकार ने केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार को सूबे में औद्यानिक खेती को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत प्रस्ताव सौंप दिया है। पवार ने प्रदेश सरकार केप्रस्ताव को 15 दिन में पूरा करने भरोसा दिया है। बकौल सिंह केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से औद्यानिक खेती को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत प्रस्ताव देने को कहा था। यूपी ने प्रस्ताव तैयार कर केन्द्र सरकार को सौंप दिया है। अगर समय से केन्द्र सरकार सहयोग करती है आने वाले दिनों में यूपी के औद्यानिक खेती से जुड़े किसान दुनिया में मशहूर होंगे।

प्रदेश सरकार ने अपने प्रस्ताव में पूर्वांचल में केले की खेती को बढ़ावा देने के साथ औद्यानिक खेती विकास के लिए दो शोध संस्थान खोलने का प्रस्ताव दिया है। ये शोध संस्थान बस्ती और कन्नौज में खुलेंगे। पहला संस्थान बस्ती में खोलने की योजना है। इस मौके सिंह ने बताया कि पिछली सरकार द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) और राष्ट्रीय बागवानी मिशन (एनएचएम) में रुचि नहीं लेने की वजह से सूबे में औद्यानिक खेती से जुड़े किसानों का मोह भंग होने लगा था।

नई सरकार ने फिर से किसानों को प्रेरित करने के लिए औद्यानिक खेती संबंधित कई योजनाएं तैयार की है। शीघ्र ही इसका फायदा किसानों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि यूपी सरकार द्वारा तैयार प्रस्ताव गुरुवार को कृषि उत्पाद आयुक्त आलोक रंजन, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के सचिव राजन शुक्ला, उद्यान निदेशक ओम नारायण सिंह ने केन्द्रीय कृषि व सहकारिता मंत्री शरद पावार को सौंप कर जल्द से जल्द विचार करने की मांग की।

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