धर्मशाला.
महाराष्ट्र फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) की जांच में हिमाचल में
बनीं 21 दवाइयां सब-स्टैंडर्ड पाई गईं हैं। एफडीए ने कंपनियों को कारण बताओ
नोटिस जारी किए हैं। इन कंपनियों में एसोसिएट बायोटेक, डीएम फार्मा,
डिजीटल विजन, गलफा लैबोरेट्रीज, आईओएन हेल्थकेयर, ऑरिसन फार्मा इंटरनेशनल,
शेरम लैब, स्पान्कर बायोटेक लिमिटेड, टैरेस फार्मास्यूटिकल्स, तिरुपति
मेडिकेयर और वेलेंस हेल्थकेयर कंपनियां शामिल हैं।
एफडीए द्वारा हर माह कैमिस्ट व ड्रगिस्ट से विभिन्न दवाइयों के सैंपल भरे
जाते हैं। बता दें कि फरवरी में गलफा लैबोरेट्रीज की दवाई सोलुफर एक्सटी
में आयरन की मात्रा तय मानकों से अधिक पाई गई थी।
फरवरी में लगा था बैन
एफडीए ने फरवरी में राज्य में बनी सोलुफर एक्सटी दवा में तय मानकों से अधिक
आयरन मिलने पर इसे प्रतिबंधित कर दिया था। एफडीए ने करीब 76 हजार मेडिकल
स्टोर्स, स्वास्थ्य केंद्रों, चिकित्सा शिक्षा संस्थानों को इस दवाई को
रोगियों को न लिखने का आग्रह किया था। साथ ही गलफा लैबोरेटरीज को स्टॉक
तत्काल वापस लेने का निर्देश दिया था।
महाराष्ट्र फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) की जांच में हिमाचल में
बनीं 21 दवाइयां सब-स्टैंडर्ड पाई गईं हैं। एफडीए ने कंपनियों को कारण बताओ
नोटिस जारी किए हैं। इन कंपनियों में एसोसिएट बायोटेक, डीएम फार्मा,
डिजीटल विजन, गलफा लैबोरेट्रीज, आईओएन हेल्थकेयर, ऑरिसन फार्मा इंटरनेशनल,
शेरम लैब, स्पान्कर बायोटेक लिमिटेड, टैरेस फार्मास्यूटिकल्स, तिरुपति
मेडिकेयर और वेलेंस हेल्थकेयर कंपनियां शामिल हैं।
एफडीए द्वारा हर माह कैमिस्ट व ड्रगिस्ट से विभिन्न दवाइयों के सैंपल भरे
जाते हैं। बता दें कि फरवरी में गलफा लैबोरेट्रीज की दवाई सोलुफर एक्सटी
में आयरन की मात्रा तय मानकों से अधिक पाई गई थी।
फरवरी में लगा था बैन
एफडीए ने फरवरी में राज्य में बनी सोलुफर एक्सटी दवा में तय मानकों से अधिक
आयरन मिलने पर इसे प्रतिबंधित कर दिया था। एफडीए ने करीब 76 हजार मेडिकल
स्टोर्स, स्वास्थ्य केंद्रों, चिकित्सा शिक्षा संस्थानों को इस दवाई को
रोगियों को न लिखने का आग्रह किया था। साथ ही गलफा लैबोरेटरीज को स्टॉक
तत्काल वापस लेने का निर्देश दिया था।