अजित कुमार, मुजफ्फरपुर : नियोजित शिक्षकों को बर्खास्त करना अब आसान
नहीं है। गंभीर मामले में ही नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। नई नियमावली में
नियोजित शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के मापदंड निर्धारित किए गए
हैं। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के हालिया फैसले से शिक्षकों ने राहत की
सांस ली है। पहले एक ही अपराध में वेतनमान वाले शिक्षक को निलंबन और
नियोजित शिक्षक को नौकरी गंवानी पड़ती थी। नियोजित शिक्षक के खिलाफ किसी तरह
की शिकायत मिलने पर शिक्षा विभाग के अधिकारी सीधे बर्खास्तगी की अनुशंसा
कर?