वेतन
बढ़ोतरी को लेकर सरकार से नाराज चल रहे ग्राम रोजगार सेवकों की हड़ताल से
पंचायतों में विकास कार्य पूरी तरह ठप हो गया है। सामूहिक हड़ताल से एक ओर
जहां मनरेगा जैसे कार्यक्रम प्रभावित हो रहे हैं वहीं राज्य सरकार की ओर से
चलाई जाने वाली योजनाएं भी ठंडे बस्ते में पड़ती दिख रही है। उधर ग्राम
रोजगार सेवकों की सामूहिक हड़ताल को लेकर पंचायत प्रतिनिधि भी विकास कार्य
में पूरी तरह असहाय महसूस कर रहे हैं। मंगलवार को निरमंड विकास खंड तहत
प्रधान व उप प्रधान संघ ने एक विशेष बैठक का आयोजन कर सरकार से हस्तक्षेप
की मांग की तथा पंचायतों में विकास को सुदृढ़ बनाने की दिशा में प्रस्ताव
पारित किया। राठौर ने कहा कि पंचायती को सुदृढ़ बनाने व्यवस्था को मजबूत
बनाने की दिशा में प्रयास करना होगा।
बढ़ोतरी को लेकर सरकार से नाराज चल रहे ग्राम रोजगार सेवकों की हड़ताल से
पंचायतों में विकास कार्य पूरी तरह ठप हो गया है। सामूहिक हड़ताल से एक ओर
जहां मनरेगा जैसे कार्यक्रम प्रभावित हो रहे हैं वहीं राज्य सरकार की ओर से
चलाई जाने वाली योजनाएं भी ठंडे बस्ते में पड़ती दिख रही है। उधर ग्राम
रोजगार सेवकों की सामूहिक हड़ताल को लेकर पंचायत प्रतिनिधि भी विकास कार्य
में पूरी तरह असहाय महसूस कर रहे हैं। मंगलवार को निरमंड विकास खंड तहत
प्रधान व उप प्रधान संघ ने एक विशेष बैठक का आयोजन कर सरकार से हस्तक्षेप
की मांग की तथा पंचायतों में विकास को सुदृढ़ बनाने की दिशा में प्रस्ताव
पारित किया। राठौर ने कहा कि पंचायती को सुदृढ़ बनाने व्यवस्था को मजबूत
बनाने की दिशा में प्रयास करना होगा।