अहमदाबाद, दो जनवरी (एजेंसी) गुजरात दवा नियंत्रण प्रशासन :जीएफडीसीए: ऐसी
त्वरित खोज किट विकसित कर रहा है जिनके जरिए नकली दवाओं का जल्द पता लगाया
जा सकेगा।
यह परियोजना अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य निकाय स्वास्थ्य एवं मानव सेवा
विभाग के साथ सहयोग में शुरू की गई है और अपनी तरह की पहली परियोजना है।
जीएफडीसीए के एचजी कोशिया ने पीटीआई को बताया, े स्वास्थ्य एवं मानव सेवा,
यूएसएफडीए से तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल फरवरी में हमारी प्रयोगशाला में
आएगा। हम दवा उत्पादों के त्वरित विश्लेषण में काम आने वाली तकनीकों पर
उनसे चर्चा करेंगे।उन्होंने
बताया कि इस पहल का उद्देश्य इन्फ्ररेड स्पेक्ट्रास्कोपी सिद्धांतों पर
आधारित हाइटेक उपकरणों की मदद से दवा उत्पादों की जांच के लिए त्वरित जांच
किट विकसित करना है।
अमेरिकी विभाग के पास दवाओं की वहीं पर जांच के
लिए तीन तरह के बहुत आधुनिक उपकरण उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा, े दवाओं की
जांच उबाउच्च् व जटिल प्रकिÑया है। इसमें आमतौर पर 36 से 72 घंटे लगते हैं।
भारत में दवाओं का बाजार 34,000 करोड़ रुपये का है और एक आधिकारिक अनुमान के अनुसार इसमें नकली दवाओं का हिस्सा 30 प्रतिशत तक है।