रियो डि जेनेरियो.
लगभग 1.142 करोड़ ब्राजीलवासी झुग्गियों में रह रहे हैं, जो ब्राजील की
कुल आबादी का छह फीसदी है। यह जानकारी एक ताजा रिपोर्ट से सामने आई।
ब्राजीलियन इंस्टीट्यूट ऑफ जियोग्राफी एंड स्टैटिस्टिक्स द्वारा बुधवार को
जारी आंकड़ों के मुताबिक ब्राजील में झुग्गियों में काफी विषम परिस्थितियों
में रहने वाले लोगों की संख्या पिछले 20 सालों में दो गुनी हो गई है।
ब्राजील की लगभग आधी झुग्गी बस्तियां तीन बड़े शहरों रियो, साओ पॉलो और
बेलेम में हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक बेलेम की 54.5 फीसदी
आबादी झुग्गियों में रहती है, जबकि रियो और साओ पॉलो में यह आंकड़ा क्रमश:
22 फीसदी और 11 फीसदी है।
इन झुग्गियों में निरक्षरता दर लगभग 8.4 फीसदी है, जो शहर के अन्य इलाकों
की तुलना में दो गुनी है। यह अलग बात है कि यह राष्ट्रीय औसत 9.6 फीसदी से
कम है।
रिपोर्ट के मुताबिक इन झुग्गियों में न्यूनतम स्वच्छता व्यवस्था एक बड़ी
चुनौती है। यहां लगभग 67.3 फीसदी परिवारों के पास ही न्यूनतम स्वच्छता
व्यवस्था है, जबकि झुग्गियों से बाहर 85.1 फीसदी परिवारों के पास न्यूनतम
स्वच्छता व्यवस्था है।
लगभग 1.142 करोड़ ब्राजीलवासी झुग्गियों में रह रहे हैं, जो ब्राजील की
कुल आबादी का छह फीसदी है। यह जानकारी एक ताजा रिपोर्ट से सामने आई।
ब्राजीलियन इंस्टीट्यूट ऑफ जियोग्राफी एंड स्टैटिस्टिक्स द्वारा बुधवार को
जारी आंकड़ों के मुताबिक ब्राजील में झुग्गियों में काफी विषम परिस्थितियों
में रहने वाले लोगों की संख्या पिछले 20 सालों में दो गुनी हो गई है।
ब्राजील की लगभग आधी झुग्गी बस्तियां तीन बड़े शहरों रियो, साओ पॉलो और
बेलेम में हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक बेलेम की 54.5 फीसदी
आबादी झुग्गियों में रहती है, जबकि रियो और साओ पॉलो में यह आंकड़ा क्रमश:
22 फीसदी और 11 फीसदी है।
इन झुग्गियों में निरक्षरता दर लगभग 8.4 फीसदी है, जो शहर के अन्य इलाकों
की तुलना में दो गुनी है। यह अलग बात है कि यह राष्ट्रीय औसत 9.6 फीसदी से
कम है।
रिपोर्ट के मुताबिक इन झुग्गियों में न्यूनतम स्वच्छता व्यवस्था एक बड़ी
चुनौती है। यहां लगभग 67.3 फीसदी परिवारों के पास ही न्यूनतम स्वच्छता
व्यवस्था है, जबकि झुग्गियों से बाहर 85.1 फीसदी परिवारों के पास न्यूनतम
स्वच्छता व्यवस्था है।