54 के पार पहुंचेगा रुपया
जानकारों का कहना है कि आने वाले समय में डॉलर और भी मजबूत हो सकता है। स्टैनचार्ट बैंक के ट्रेजरी हेड अनाथा नारायन का कहना है कि यदि रुपये में गिरावट बनी रही तो यह जल्द ही अपने 52.54 के रिकॉर्ड को पार कर जाएगा। अगले कुछ महीनों में यह 54 रुपये के स्तर पर भी पहुंच सकता है।
पेट्रोल हो सकता है महंगा
रुपए की गिरावट ने पहले से ही महंगाई के बोझ तले दबे आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है। रुपए की गिरावट का सीधा असर पेट्रोल की कीमतों पर पड़ेगा। करीब सात दिन बाद पेट्रोल की कीमतों की समीक्षा होनी है। पेट्रोल खरीदने के लिए ज्यादा दाम चुकाने की बात कहकर तेल कंपनियां दाम बढ़ा सकती हैं।
खाने-पीने के चीजों के दाम बढ़ेंगे
तेल कंपनियां डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए भी दबाव बना सकती हैं। अगर डीजल महंगा हुआ तो खाने-पीने और रोज जरूरत की चीजों के दाम में बढ़ोतरी होगी। फॉर्चून ने रिफाइंड तेल के दाम एक रुपए तक बढ़ा दिए है। यदि गिरावट का दौर रहा तो और कंपनियां भी फॉर्चून की राह पर चलने को मजबूर हो जाएंगी।
इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों पर भी असर
डॉलर के मुकाबले रुपए कमजोर होने से आयात महंगा हो गया है। एलजी, ह्वर्लपूल, ओनिडा, गोदरेज और कार्बन मोबाइल्स ने अपने प्रोडक्ट के दाम बढ़ाए हैं। माना जा रहा है कि सैमसंग, माइक्रोमैक्स, फिलिप्स और पैनासोनिक भी जल्द ही कीमतें बढ़ा सकती है।
लग्जरी कारें हो जाएंगी महंगी
हाल-फिलहाल में भारतीय कार बाजार में कई लग्जरी कारें उतारी गई हैं। करोड़ों रुपये की इन कारों के खरीदार भारत में कम नहीं हैं। पर रुपए की गिरावट से लग्जरी कारें महंगी हो सकती है। कार कंपनियों ने कीमतों में पांच से दस फीसदी बढ़ोतरी की तैयारी कर ली है।