महात्मा गांधी मेमोरियल अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को
आवश्यक दवाएं मयस्सर नहीं हो पा रही हैं। एंटीसेप्टीक उपलब्ध न होने के
कारण घायल अवस्था में ड्रेसिंग के लिए आने वाले पीड़ित भी बैरंग लौटने को
मजबूर हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर घायल अवस्था में अस्पताल
पहुंचने पर एक दंपती को निराशा हाथ लगी। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के
ड्रेसिंग रूम में घायलों की चोट पर मरहम पटी करने के लिए बीटाडीन नाम की
दवा नहीं थीं। लिहाजा घायल दुखो कर्मकार व उनकी पत्नी कल्पना कर्मकार को
बिना ड्रेसिंग कराए वापस लौटना पड़ा। बातचीत में कर्मकार दंपती ने बताया कि
वे टेंपो से मानगो से साकची आते समय घायल हो गये थे। इलाज के लिए एमजीएम के
इमरजेंसी वार्ड में आने पर बताया गया कि ड्रेसिंग के लिए पर्याप्त दवा
नहीं हैं। बताया जाता है कि इससे पहले एक पुलिस कांस्टेबल को भी बिना
पर्याप्त ड्रेसिंग के लौटाया गया। कांस्टेबल के सिर में चोट आई थी।