रायपुर। छत्तीसगढ़ में बेहतर वेतन की मांग को लेकर एक नवंबर से हड़ताल
कर रहे 1000 से अधिक अनुबंधित शिक्षकों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
राज्य सरकार ने आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम [एस्मा] लगाया है।
हड़ताली शिक्षक अपने पद को नियमित शिक्षकों के कॉडर से मिलाने की भी मांग कर रहे है।
दूसरी राज्य सरकार ने वेतन बढ़ाने एवं नियमित करने की उनकी दो प्रमुख
मांगों को मानने से इनकार कर दिया है और प्रशासन से हड़तालियों को जेल भेजने
व निलंबित करने को कहा है।
राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पत्रकारों से कहा, ”यह दबाव की
रणनीति है। सरकार उनकी अनावश्यक मांगों के आगे नहीं झुकेगी। यदि वे एक-दो
दिन के अंदर हड़ताल खत्म नहीं करेगे तो मैं उनकी जगह नई भर्ती शुरू
करुंगा।”
राजधानी रायपुर में जाने वाले मुख्य मार्गो पर पुलिस चौकसी बढ़ा दी गई है।
”लोकतांत्रिक ढंग से अपनी मांग उठाने वाले शिक्षकों को जेल में रखने
पर” कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी [भाजपा] सरकार की आलोचना की।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नंदकुमार पटेल ने पत्रकारों से कहा
कि राज्य सरकार ने पहले उनकी सभी मांगों पर सहमति व्यक्त की थी और अब
प्रतिबद्धता को पूरा करने की मांग पर शिक्षकों को जेल में डाला जा रहा है।