जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। देश भर में किसानों से खरीदे जाने वाले
गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाने के लिए भाजपा किसान मोर्चा से जुडे़ किसानों
ने मंगलवार को जयपुर में टै्रक्टर मार्च निकाल कर सरकार का ध्यान खींचने का
प्रयास किया।
रैली के बाद मोर्चा के की ओर से प्रधानमंत्री के नाम राज्यपाल को
ज्ञापन दिया गया। किसानों की ट्रैक्टर रैली उद्योग मैदान से रवाना होकर
राजमहल पैलेस होटल के सामने भाजपा कार्यालय पहुंची। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल
ने जाकर राज्यपाल को ज्ञापन दिया।
मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सांवर लाल जाट के नेतृत्व में गए
प्रतिनिधिमंडल में मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुभाष महरिया, शंभुदयाल,
पूर्व मंत्री सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी, पूर्व विधायक दाताराम गुर्जर और
हेमाराम शामिल थे।
सांवर लाल जाट ने बताया कि पिछले दिनों किसान मोर्चा की राष्ट्रीय स्तर
पर हुई सेमीनार में गेहूं की लागत मूल्य पर विस्तार से चर्चा हुई थी। उसी
सेमीनार में लागत 1200 रुपये और स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार 50 फीसदी
राशि और जोड़ कर 1800 रुपये करने की मांग की गई थी। इस सेमीनार में तय किया
गया था कि सभी राज्यों की राजधानी में ट्रैक्टर-रैली निकाल कर मूल्य
निर्धारण की मांग की जाएगी, उसी क्रम में मंगलवार को ट्रैक्टर रैली निकाली
गई। जाट ने बताया कि देश में सरकारी कर्मचारी का न्यूनतम वेतन 14,000 रुपये
है और दैनिक मजदूरी करने वाले श्रमिक को 5,000 रुपये मासिक की आय होती।
वहीं, किसान की एक एकड़ और जोत को माना जाए तो 1,000 रुपये आमदनी भी नहीं
मिल पाती है। उत्पादों की कीमत घटने के चलते खेती व्यवहारी नहीं रह पाई है।
लागत बढ़ने और कर्ज के बोझ के कारण देश में 2.5 प्रतिशत किसान आत्महत्या
का मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भिन्न राज्य सरकारें अपनी
प्रदेश की लागत मूल्य तय करके कृषि मूल्य लागत आयोग को भेजती है, लेकिन
आयोग ने सिफारिशों को मानता ही नहीं है।