घायल गाधु सहिस नामक मजदूर का इलाज बीसीसीएल के जगजीवन नगर स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल में चल रहा है. रविवार की सुबह तक घटना की खबर चारों तरफ़ फ़ैल गयी. बड़ी संख्या में मजदूर और नेता जुट गये. शव के साथ मृतक के आश्रितों को नियोजन व मुआवजा देने की मांग करने लगे. मजदूरों व नेताओं ने खदान के सीनियर ओवरमैन डी ठाकुर व सेफ्टी ऑफिसर एन प्रसाद को निलंबित करने की मांग भी की. प्रबंधन ने दोनों को तत्काल पाथरडीह से भौंरा स्थानांतरण कर दिया. प्रबंधन और श्रमिक नेताओं के बीच वार्ता में दोनों मृतकों के आश्रितों को नियोजन व मुआवजा देने पर सहमति बनी.
– नौकरी व मुआवजा प्रबंधन ने सुधीर बाउरी के पुत्र रंजीत बाउरी और शंकर मांझी की पत्नी मंगला देवी को तत्काल सुदामडीह अस्पताल में नियोजन देने और मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए 10-10 हजार रुपये देने की घोषणा की. प्रबंधन ने सप्ताह भर में दोनों मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा और 60,000 रुपये एक्सीडेंटल बेनिफिट देने का आश्वासन दिया. श्रमिक नेताओं के साथ प्रबंधन की वार्ता के बाद सुदामडीह पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिये. घटना को लेकर डीजीएमएस की टीम रविवार को पाथरडीह कोलियरी की छह नंबर खदान पहुंची और निरीक्षण किया. टीम ने छह नंबर खदान के सात नंबर लेबल को देखा और सुरक्षा संबंधित उपायों का जायजा लिया. टीम का नेतृत्व डीजीएमएस के निदेशक जे कुमार ने किया. इधर पूर्वी झरिया क्षेत्र के एजीएम केसी मिश्रा ने कहा कि दुर्घटना कैसे हुई यह तो जांच के बाद ही मालूम होगा.
– कैसे हुई घटना : शनिवार की रात ढाई बजे जब मजदूर टब में कोयला लोडिंग कर रहे थे, तभी यह हादसा हुआ. खदान के अंदर चाल गिरते ही मजदूरों में भगदड़ मच गयी. छह नंबर खदान में 49 मजदूर और सात नंबर में नौ लोडर काम कर रहे थे. अचानक पूर्वी सात नंबर लेबल फ़ेस में लगभग 10 फीट की चाल गिर गयी. इसकी चपेट में मानपुर पोस्टूबाड़ी निवासी 40 वर्षीय सुधीर बाउरी की मौत घटना स्थल पर हो गयी, वहीं अमलाबाद निवासी 42 वर्षीय शंकर मांझी की मौत अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में हो गयी. शंकर दुग्दा का रहने वाला है. घटना की सूचना पाकर कोलियरी के अधिकारी एजीएम केसी मिश्र, पीओ एके झा, प्रबंधक एमके पांडेय, एके प्रजापत, एसपी श्रीवास्तव के अलावा मौसम महांति, पार्षद सुमित सुपकार, वाइएन उपाध्याय, सुरेंद्र राय, कालीचरण यादव, रंजय कुमार, दिलीप कुमार, नकुल देव सिंह, संजय सिंह, निताई महतो, प्रदीप रवानी, राज कुमार रवानी, उचित महतो, गौरी शंकर रवानी, फ़ूलबदन धोबी, बासुदेव, प्रकाश बाउरी समेत कई नेता जुटे.
– दुर्घटना प्रबंधकीय लापरवाही का नतीजा : कोकसं नेता वाइएन उपाध्याय, पार्षद सुमित सुपकार व निताई महतो ने कहा कि प्रबंधकीय लापरवाही से दुर्घटना हुई है. फ़ेस कीनियमित सफाई नहीं होती है. चाल में ठोस सपोर्ट नहीं था. माइनिंग सरदार और ओवरमैन फ़ेस का निरीक्षण नहीं करते है. खदानों में सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया जाया है. आजसू नेता वीरेंद्र निषाद ने कहा कि इस घटना के लिए बीसीसीएल व डीजीएमएस के अधिकारी जिम्मेदार है. घटना की जांच हो. आरसीएमएस नेता इंद्र कुमार दुबे ने कहा कि दुर्घटना में लापरवाही सिद्ध होने पर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
– सुधाकर/विजय –