लखनऊ।
सरकार ने आरोप लगाया है कि दिल्ली में किसानों की जमीनों की लूट चल रही
है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि केन्द्र सरकार की नाक के नीचे दिल्ली राज्य
में किसानों की जमीन औनेपौने दाम पर ली जा रही है। दिल्ली में कंजावला,
बवाना व दिल्ली देहात में लगभग 03 करोड़ रूपये से 10 करोड़ रूपये प्रति
एकड़ जमीन की दर है, लेकिन दिल्ली राज्य की सरकार 53 लाख रूपये प्रति एकड़
की दर से जमीन अधिग्रहीत कर रही है।
कांग्रेस शासित राजस्थान का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि
राजस्थान के जालौर, बाड़मेर, जैसलमेर, चोरू तथा चित्तौड़ में भूमि अधिग्रहण
को लेकर किसान आन्दोलित हैं। राजस्थान के जालौर की तहसील सांचैर में 06
रूपये 80 पैसे प्रति वर्ग मीटर किसान की जमीन ली जा रही है। हरियाणा के भी
रोहतक, सोनीपत, यमुनानगर, अ बाला तथा पलवल में किसानों की जमीन बहुत कम दाम
पर ली गयी है। जिससे किसान अपने को ठगा महसूस कर रहा है।
इसी प्रकार भाजपा शासित मध्य प्रदेश के बैतूल में पावर प्लान्ट के लिए
ली गयी जमीन के लिए आन्दोलनरत किसानों पर लाठी चार्ज हुआ। मध्य प्रदेश के
अनूपपुर में भी जमीन आन्दोलन को लेकर 100 किसानों पर मुकदमा दर्ज कराया गया
है। भूमि अधिग्रहण को लेकर इसी प्रकार के आन्दोलन कटनी, सतना, सिंगरौली,
दमोह तथा टीकमगढ़ में भी चल रहे हैं।