जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। जोधपुर के उम्मेद अस्पताल में प्रसूताओं की मौत
का सिलसिला अभी जारी है। प्रसव के बाद रक्तस्त्राव से गंभीर हुई एक
प्रसूता ने उपचार के दौरान सोमवार तड़के दम तोड़ दिया। जिले के धवा निवासी
सागर कंवर पच्चीस वर्षीय भोपाल सिंह को उसके परिजनों ने बीस फरवरी को
उम्मेद अस्पताल में भर्ती करवाया था। लेकिन प्रसव के बाद रक्तस्त्राव के
साथ उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसके चलते उसे महात्मा गांधी अस्पताल रेफर कर
दिया गया। यहां वैंटीलेटर पर रखा गया। सागर कंवर की मौत के बाद उसके
परिजनों ने प्रसूताओं की लगातार मौतों पर सरकार द्वारा कार्रवाई नहीं करने
के विरोध में नारेबाजी की। गौरतलब है कि उम्मेद अस्पताल में 8 से 22 फरवरी
के दौरान प्रसव के बाद रक्त स्त्राव के चलते 15 प्रसूताओं की मौत हो चुकी
है। इधर मामले की जांच के लिए चण्डीगढ़ के चार चिकित्सकों की एक टीम आज
जोधपुर पहुंच गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह टीम बनाई है।
का सिलसिला अभी जारी है। प्रसव के बाद रक्तस्त्राव से गंभीर हुई एक
प्रसूता ने उपचार के दौरान सोमवार तड़के दम तोड़ दिया। जिले के धवा निवासी
सागर कंवर पच्चीस वर्षीय भोपाल सिंह को उसके परिजनों ने बीस फरवरी को
उम्मेद अस्पताल में भर्ती करवाया था। लेकिन प्रसव के बाद रक्तस्त्राव के
साथ उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसके चलते उसे महात्मा गांधी अस्पताल रेफर कर
दिया गया। यहां वैंटीलेटर पर रखा गया। सागर कंवर की मौत के बाद उसके
परिजनों ने प्रसूताओं की लगातार मौतों पर सरकार द्वारा कार्रवाई नहीं करने
के विरोध में नारेबाजी की। गौरतलब है कि उम्मेद अस्पताल में 8 से 22 फरवरी
के दौरान प्रसव के बाद रक्त स्त्राव के चलते 15 प्रसूताओं की मौत हो चुकी
है। इधर मामले की जांच के लिए चण्डीगढ़ के चार चिकित्सकों की एक टीम आज
जोधपुर पहुंच गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह टीम बनाई है।