विनायक सेन की पत्नी ने कहा ‘मेरा परिवार अपने ही देश में सुरक्षित नहीं’

नई दिल्ली
जेल में बंद मानवाधिकार कार्यकर्ता विनायक सेन की पत्नी ने इलिना सेन कहा
कि अब उनके पास एकमात्र यही उपाय बचा है कि वे किसी उदार लोकतांत्रिक देश
में राजनीतिक शरण ढूंढ़ें।


उन्होंने कहा कि अपने ही देश में उनका परिवार सुरक्षित नहीं है।




सोमवार को राजधानी के प्रेस क्लब में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते
हुए इलिना सेन ने कहा कि अदालत के फैसले ने उन्हें बहुत निराश किया।
देशद्रोह के आरोप में उनके पति को सजा देना ऐसा है, मानो असंतोष को शुरू
में ही दबा दिया जाए। उन्होंने कहा कि फैसले के बाद अब उन्हें निशाना बनाया
जा रहा है और वे अपनी दो बेटियों को लेकर चिंतित हैं, जो 20 साल व 25 साल
की हैं। विनायक सेन, नक्सल विचारधारा वाले नारायण सान्याल और कोलकाता के
व्यवसायी पीयूष गुहा को रायपुर की एक अदालत ने देशद्रोह और राज्य के खिलाफ
संघर्ष के लिए माओवादी नेटवर्क स्थापित करने के आरोप में उम्र कैद की सजा
सुनाई है।




बाल रोग विशेषज्ञ व पीपुल्स यूनियन ऑफ सिविल लिबर्टीज के उपाध्यक्ष सेन
(58) पर सान्याल के एजेंट के तौर पर काम करने का आरोप है। आरोप है कि जब
सान्याल जेल में बंद थे तो सेन ने उनके संदेशों व पत्रों को भूमिगत
माओवादियों तक पहुंचाया।

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