नगोया (जापान). धरती पर जीव जंतुओं और पेड़ पौधों की करीब 20 फीसदी याने करीब 60 लाख प्रजातियां विलुप्त होने के खतरे में हैं।
धरती
के जीवों के अस्तित्व पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। आईयूसीएन की ताजा
रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के सभी जीवों में हर पांचवा विलुप्त होने की
कगार पर है। यह खतरा पेड़-पौधों पर भी मंडरा रहा है।
प्रकृति के
संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्था आईयूसीएन ने विलुप्ति की कगार पर
खड़े जीवों की सूची ‘रेड लिस्ट’ तैयार की है। इस काम में जुटे दुनियाभर के
करीब 3 हजार वैज्ञानिकों ने पाया कि सभी स्तनधारी जीवों में 25 फीसदी,
पक्षियों में 13 फीसदी, उभयचर (जमीन और पानी दोनों पर रहने वाले) जीवों में
41 फीसदी, सरीसृप (रेंगने वाले) जीवों में 22 फीसदी और मछलियों में 15
फीसदी के अस्तित्व पर खतरा है। प्राकृतिक संसाधनों के दोहन और शिकार के
चलते इन जीवों पर यह खतरा मंडरा रहा है।
आईयूसीएन से जुड़े साइमन
स्टुअर्ट ने रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘कोशिकीय जीवों से
जुड़ी रिपोर्ट के नतीजे से लगता है कि प्रकृति की रीढ़ की हड्डी खतरे में
है।’