नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतों में किए
गए भारी इजाफे के खिलाफ वामपंथी दलों समेत गैर भाजपाई पार्टियों ने आगामी
पांच जुलाई को 12 घटे की देशव्यापी हड़ताल की घोषणा की है।
माकपा, भाकपा, आरएसपी और फारवर्ड ब्लॉक के शीर्ष नेताओं की ओर से जारी
विज्ञप्ति में कहा गया है कि चार वामपंथी दलों के साथ अन्नाद्रमुक, तेदेपा,
समाजवादी पार्टी, बीजद, जेडी-एस और इनेलोद ने आगामी पांच जुलाई को
देशव्यापी हड़ताल का फैसला किया है।
माकपा महासचिव प्रकाश करात,भाकपा महासचिव एबी बर्धन, फारवर्ड ब्लाक
नेता देवब्रत बिश्वास और आरएसपी नेता टी जे चंद्रचूड़न द्वारा हस्ताक्षर की
गई विज्ञप्ति में कहा गया है कि खाद्य मुद्रास्फीति के 17 फीसदी और आम
मुद्रास्फीति के दो अंकों को छूने के बाद कांग्रेस-नीत सरकार ने पेट्रोलियम
पदार्थो की कीमतों में वृद्धि करके आम जनता के ऊपर बोझ डाल दिया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस-नीत सरकार ने पेट्रोल, डीजल, केरोसीन और रसोई गैस
की कीमतों में वृद्धि कर और मूल्यों को बाजार के ऊपर छोड़ने का फैसला कर
जनता को बड़ी मार मारी है। बयान में कहा गया है कि सरकार इस मूल्यवृद्धि को
न्यायोचित ठहराने के लिए भ्रामक तर्क दे जनता के दर्द को नहीं सुनना चाह
रही है।
वामपंथी नेताओं ने कहा कि वह अन्य धर्मनिरपेक्ष दलों से हड़ताल में
शामिल होने के लिए चर्चा कर रहे हैं, जो सुबह छह बजे से शुरु होकर शाम के
छह बजे तक जारी रहेगी।