पटना सूबे में पैदावार बढ़ाने को किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों
के प्रयोग के लिए प्रेरित किया जायेगा। ये यंत्र उन्हें कृषि विज्ञान
केन्द्रों पर किराये पर दिये जायेंगे। इससे छोटी जोत वाले किसानों को
ज्यादा फायदा मिलेगा। अभी फसल कटाई सहित कई आधुनिक कृषि मशीनों की कीमतें
अधिक होने के कारण कम जोत वाले किसान इसकी खरीद नहीं कर पाते हैं। ऐसी
स्थिति में किराये पर रोटावेटर, हार्वेस्टर,बोआई व रोपनी के कृषि यंत्रों
आदि की सुविधा कृषि विज्ञान केन्द्रों पर किसानों को मिलेगी। कृषि विभाग के
अनुसार योजना लागू होने से खेती की लागत में कमी आयेगी।
कृषि क्षेत्र की मजबूती के लिए कृषि विज्ञान केद्रों पर आधुनिक कीमती
यंत्र मुहैया कराये जाने के पीछे सरकार की मंशा यह है कि यहां 24 घंटे
कर्मियों के तैनात होने व तकनीकी विशेषज्ञों के मौजूद होने से किसानों को
सहूलियत होगी। यहां यंत्रों का उचित तरीके से रखरखाव हो सकेगा व खराबी की
स्थिति में मरम्मत भी हो सकेगी।
कृषि विभाग के अनुसार इन यंत्रों के प्रयोग से पढ़े-लिखे युवकों का लगाव
भी खेती के प्रति बढ़ेगा। आधुनिक कृषि यंत्रों की खरीद के लिए राष्ट्रीय
कृषि विकास योजना की राशि का उपयोग होगा। योजना के तहत राज्य को अपनी
आवश्यकता के अनुसार कार्यक्रम तैयार करने की अनुमति दी गयी है। कृषि
यंत्रों का उपयोग बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा पावर टिलर पर 60 हजार रुपये
अनुदान दिए जा रहे हैं। स्प्रिंकलर पर 90 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान किया
गया है।