पटना जल संसाधन मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि
वैज्ञानिकों को बाढ़ नियंत्रण के उपायों पर विचार करना चाहिए। उन्होंने
सोमवार को बाढ़ प्रबंधन सुधार सहायता केन्द्र व विश्व बैंक के संयुक्त
तत्वावधान में एक होटल में आयोजित कार्यशाला का उद्धाटन किया। उन्होंने
बाढ़ पूर्वानुमान माडल के विकास की आवश्यकता जतायी। इससे पूर्व जल संसाधन
मंत्री ने सिंचाई भवन में हरियाणा के जल संसाधन मंत्री कैप्टन अजय सिंह के
साथ बाढ़ नियंत्रण योजनाओं पर विचार-विमर्श किया।
हरियाणा के सिंचाई मंत्री ने विशेषज्ञों की टीम के साथ बाढ़ नियंत्रण
के गुर सीखे। उन्होंने कहा कि बिहार के अभियंताओं ने बाढ़ नियंत्रण की दिशा
में अनोखा प्रयोग किया है। विजेन्द्र प्रसाद यादव ने कार्यशाला में
एफएमआईएस चरण 1 को सफल बताते हुए कहा कि चरण 2 बाढ़ शमन की दिशा में
लाभदायक साबित होगा। बैठक में कोसी आपदा पुर्निर्माण व पुनर्वास सोसाइटी के
परियोजना निदेशक जेआरके राव, कार्यदल नेता यूनस्टन यू., डा.हेगली, जल
विज्ञान यंत्र विशेषज्ञ डा. कटीस बैरट के अलावा भारत मौसम विभाग, केन्द्रीय
जल आयोग व एनआरएससी हैदराबाद के प्रतिनिधि व एफएमआईएस के परियोजना निदेशक
एके समैयार ने विचार व्यक्त किए।