कार्यालय प्रतिनिधि, शिमला : महंगाई की आग
की तपिश से परेशान उपभोक्ताओं जल्द राहत मिल सकती है। प्रदेश में ओपन
मार्केटिंग स्पेशल स्कीम (ओएमएसएस) के तहत उपभोक्ताओं को डिपुओं में और
सस्ती दर पर आटा व चावल मिलेगा। सरकार ने यह निर्णय लोगों का रुझान डिपुओं
में राशन लेने के लिए और अधिक आकर्षित करने के लिए लिया है।
डिपुओं में सभी श्रेणियों के कार्डधारकों को ओएमएसएस के तहत और अधिक
सस्ती दर पर चावल व आटा मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक मौजूदा दरों के
मुकाबले ये रेट 15 से 20 फीसदी तक कम हो सकते हैं। स्पेशल ओपन मार्केटिंग
स्कीम के तहत उपभोक्ताओं को अभी 14.50 रुपये के हिसाब से 20 किलो आटा व 18
रुपये के हिसाब से 10 किलो चावल प्रति कार्ड उपलब्ध जा रहे हैं।
गौर योग्य है कि गेहूं की नई फसल आने से थोक बाजार में आटे के दाम 300
से 400 रुपये प्रति क्विंटल गिर गए हैं। इसका असर डिपुओं में आटे की मांग
पर भी पड़ा है। यही नहीं उपभोक्ता ओएमएसएस के तहत दिए जा रहे चावल के भी
महंगा होने की शिकायत कर रह थे।
दिसंबर में शुरू की गई थी स्कीम :
हिमाचल में ओपन मार्केटिंग स्पेशल स्कीम दिसंबर में आरंभ की गई थी।
प्रदेश को इसके तहत नवंबर माह में 49323 मीट्रिक टन गेहूं व 8780 मीट्रिक
टन चावल का कोटा जारी किया गया था। 16 दिसंबर को भी केंद्र से इतनी ही
मात्रा में आटे व चावल का आवंटन किया था। सूत्रों के मुताबिक जिस वक्त ओपन
मार्केटिंग स्पेशल स्कीम शुरू की गई थी, उस समय खुले बाजार में आटे का
रिटेल भाव 20 से 22 रुपये प्रति किलो था, जबकि डिपुओं में उपभोक्ताओं को
10 किलो की थैली 145 रुपये में दी जा रही है, लेकिन मार्केट में गेहूं की
नई फसल आने से खुले बाजार में आटे के दाम गिर गए हैं। इसको देखते हुए
ओएमएसएस के तहत दाम गिराने को निर्णय लिया गया है।