पटना मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक पीएस चौहान ने मंगलवार को
बताया कि 11 जिलों में उनकी 415 शाखाएं अप्रैल 2010 से कोर बैंकिंग सर्विस
(सीबीएस)से जुड़ गयी हैं। ऐसे में उनके यहां पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि
(बीआरजीएफ) की राशि की लेनदेन में कोई कठिनाई नहीं होगी। इस बाबत पंचायती
राज विभाग को भी सूचित किया गया है। मालूम हो कि पंचायती राज मंत्रालय के
अपर सचिव सुधीर कृष्णा ने बीते दिनों विभाग के अधिकारियों को निर्देशित
किया था कि जो बैंक सीबीएस हैं, वहीं पैसा रखा जाए। बिहार में मध्य बिहार
ग्रामीण बैंक के अलावा उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक, बिहार ग्रामीण बैंक तथा
समस्तीपुर ग्रामीण बैंक की शाखाएं कार्यरत हैं। इनमें से कई बैंकों की
शाखाएं अब भी सीबीएस नहीं हो सकी हैं।
बताया कि 11 जिलों में उनकी 415 शाखाएं अप्रैल 2010 से कोर बैंकिंग सर्विस
(सीबीएस)से जुड़ गयी हैं। ऐसे में उनके यहां पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि
(बीआरजीएफ) की राशि की लेनदेन में कोई कठिनाई नहीं होगी। इस बाबत पंचायती
राज विभाग को भी सूचित किया गया है। मालूम हो कि पंचायती राज मंत्रालय के
अपर सचिव सुधीर कृष्णा ने बीते दिनों विभाग के अधिकारियों को निर्देशित
किया था कि जो बैंक सीबीएस हैं, वहीं पैसा रखा जाए। बिहार में मध्य बिहार
ग्रामीण बैंक के अलावा उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक, बिहार ग्रामीण बैंक तथा
समस्तीपुर ग्रामीण बैंक की शाखाएं कार्यरत हैं। इनमें से कई बैंकों की
शाखाएं अब भी सीबीएस नहीं हो सकी हैं।